BIHAR NEWS : गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी गया आरोप,बोले- नेपो कीड है फ्रस्ट्रेशन में काम कर रहे हैं


बेगूसराय:-बेगूसराय में गिरिराज सिंह ने कहा कि बुर्का में अगर मतदान केंद्र पर लोग जाएंगे तो शक होने पर कार्यकर्ता बुर्का उठाकर देखेंगे, सरकार बनने पर चुन चुन कर घुसपैठियों को निकालने का काम करेंगे। राहुल गांधी द्वारा फतेहपुर में दलित लोगों से मिलने पर कहा कि वह नेपो कीड है लाल बबुआ हैं फ्रस्ट्रेशन में काम कर रहे हैं। इसके साथ ही जीतन मांझी द्वारा चुनाव से पहले सीएम घोषणा पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चुनाव भी सांसद चुनने के बाद किया गया था यह चुनावी प्रक्रिया है चुनाव के बाद किया जाएगा इसमें कोई विवाद नहीं है नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव राजा रहा है। इसके साथ ही बिहार चुनाव को लेकर कहा महिगठबंधन में विवाद है और एनडीए2010से ज्यादा सीट जीतेगी। गिरिराज सिंह ने कहा भारत के अंदर इंडी गठबंधन, बिहार में लालू यादव और कांग्रेस पार्टी खास करके घुसपतियों को ही मान लिए हैं कि यह मुसलमान का प्रतिनिधित्व करते हैं। आने वाले दिन में जब एनडीए की सरकार बनेगी तो एक-एक को चुन करके बिहार से बाहर करेंगे, डिपोर्ट करेंगे। इन्हें बचाने के लिए न राहुल गांधी आएंगे न तेजस्वी यादव आएंगे। यह मुसलमान हैं, चाहे बांग्लादेशी मुसलमान हैं, उनका रहने का हक नहीं है। एसआईआर पर उन्हीं के लिए हंगामा किया गया था। अब हंगामा करते हैं बुर्का पर बुर्का पर। बुर्का पर क्यों हंगामा कर रहे हैं यह लोग, कौन सा कानून है, क्या यह इस्लामी कंट्री है। हमारा देश बाबा साहब के संविधान से चलता है। आधार कार्ड यह लोग वहां दिखाते हैं जब पासपोर्ट बनाना होता है। एयरपोर्ट जाते हैं तो बुर्का उठकर मुंह दिखाते हैं। लेकिन मतदान केंद्र पर बुर्का उठाने में शर्म आती है। हमें शंका होगा तो हम बुर्का उठबाएंगे, देश का संवैधानिक स्तर अभी नहीं गिरा है और देश में संविधान से कानून चलता है। चुनाव संविधान के तहत होता है, संविधान ने अधिकार दिया है कि अगर शंका होगी तो राजनीतिक दल का पोलिंग एजेंट बुर्का उठाबाएगा।
राहुल गांधी द्वारा उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में दलित परिवार से मिलने और बीजेपी पर दलित को डराने-धमकाने की बात कहने पर गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी फ्रस्ट्रेशन में हैं। यह नेपो ब्यॉय हैं, जिससे कुछ पता नहीं है। यह कलावती के घर में रात भर घूमे, रात भर मीडिया में चला, वहां वह गरीबी सीखने गए थे। इन्हें क्या मतलब है दलित और महादलित क्या है। नेपो ब्यॉय ललबबुआ हैं, अभी विदेश से घूम कर आए हैं। चुनाव की घोषणा हुई तो बायोस्कोप से कैंडिडेट को देख रहे थे।
अमित शाह द्वारा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री चुने जाने की बात कहे जाने पर गिरिराज सिंह ने कहा कि हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं। नरेंद्र मोदी भी जब जीत कर आए थे तो सेंट्रल हॉल में एनडीए के सभी सांसदों की बैठक हुआ था, उसी में उनका चुनाव हुआ था। यह चुनाव की प्रक्रिया है और होगी। जैसे एनडीए के सभी सांसदों ने मिलकर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री चुना, इसी तरह यहां भी होगा।
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए पूरी तरह से एकजुट है। बेगूसराय में हम सभी सातों सीट जीतेंगे। बेगूसराय में कांग्रेस भी है, कम्युनिस्ट भी है, कई दल के लोग हैं, इंडी गठबंधन के भी प्रत्याशी हैं। महागठबंधन के उनके पास न नेता है, न नेतृत्व है, नाश गठबंधन की एकता है, नाश नियत है और न कोई प्रोग्राम है। इधर एनडीए में नेता हैं नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार, नीति भी है, नियत भी है, प्रोग्राम भी है और एकजुटता भी है, जनता का भरोसा भी है।2010में हम चुनाव लड़े थे जिसमें206सीट जीते थे बीजेपी और जदयू ने मिलकर। इस बार उससे भी अधिक सीट पर विजय हासिल करेंगे। क्योंकि नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे। उधर तेजस्वी यादव पर दर्ज मुकदमे में अपराधी घोषित हो गए हैं। ऐसी स्थिति में कांग्रेस ने अभी तक नाम नहीं घोषित किया है। उन्हें कोई चाहता भी नहीं है कि फिर से बिहार में वही गुंडाराज, वही जंगल राज, वही चरवाहा विद्यालय, वही माहौल और सामाजिक समरसता नहीं हो। अब सामाजिक समरसता भी है, विकास भी है, सड़क भी है, बिजली भी है, स्कूल में शिक्षक भी हैं। अस्पताल में पहले कुत्ता बेड पर सोता था, अब अस्पताल में दवा है, मुफ्त की सारी चीज है, लोगों को अच्छा लग रहा है।