देश के कई शहरों में AQI लेवल 300 के पार : प्रदूषण के खतरनाक स्तर ने लोगों की बढ़ाई परेशानी

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पटना : देश में इन दिनों एक बड़ी समस्या से लोग परेशान है या यूं कहे कि सीधे सीधे लोगो के जीवन पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है. जी हाँ हम बात कर रहे है वायु प्रदूषण की,दूषित हवा लोगों को अकारण बीमार बना रहा है. सबसे ज़्यादा ख़राब हालात इस वक़्त दिल्ली और नोएडा के है, प्रदूषण और घना कोहरा लोगों की मुसीबतें बढ़ा रहा है। लोग जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। वहीं चालकों के लिए सड़क पर गाड़ी चलाना मुश्किल हो गया है। नोएडा में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के स्तर के खतरनाक स्थिति पर पहुंचने के बाद नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने समीक्षा की और निर्देश दिए।

दिल्ली की तरह पटना में भी हवा जहरीली होती जा रही है,प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है. पटना में एक्यूआई 260 से लेकर 340 तक पहुंच गया है जो काफी खतरनाक है. इनकम टैक्स चौराहा, सचिवालय, डाकबंगला के आसपास एक्यूआई 200 से 300 के बीच रिकॉर्ड किया गया है. पटना सिटी में हालात ज्यादा खराब हैं. हालत यह है कि सुबह और शाम में प्रदूषण सबसे ज्यादा लोगों को परेशान कर रहा है,बढ़ते प्रदूषण को लेकर सीएम नीतीश ने भी सुझाव दिए है।

बिहार में पटना के बाद बात मुज़फरपुर की करे तो यहां भी प्रदुषण की समस्या ने लोगों को परेशान कर रहा है,शहर का प्रदूषण ग्राफ रेड जोन में है सबसे ज्यादा खतरनाक हाल जिला स्कूल के आसपास इलाके का बना है। जिला स्कूल का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 301 पर रहा।

प्रदूषण से बचाव के उपाए

-वाहनों की नियमित प्रदूषण जांच कराते रहें।

-शहर में अनियंत्रित यातायात नहीं हो, इसका पूरा ख्याल रखें, जाम में वाहनों को बंद कर दें

- घर से निकलने वाले कचरे को खुले में इधर-उधर नहीं जलाएं।

- धुआं देने वाले पुराने वाहनों के परिचालन पर रोक।

कुल मिलकर देखा जाए तो वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है.एहतियातन उपाए के दावे भी किये जा रहे है,लेकिन बड़ा सवाल ये है कि इसके ज़िम्मेदार काफी हद तक हम ही हैं क्योकि आधुनिकता के इस दौर में बिना सावधानी बरते प्रकृति के साथ जम कर खिलवाड़ हो रहा है ऐसे में ज़रुरत इस बात की है अब भी हमे एहतियात बरतना चाहिए ताकि स्वच्छ और साफ़ हवा में सांस ले सके।

अमित सिंह की रिपोर्ट


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