मामूली डांट फटकार से परिवार हुआ बर्बाद.. : MOBILE छोड़कर पढाई करने की नसीहत पर बेटी ने उठाया आत्मघाती कदम..
DESK:-मामूली सी डांट-फटकार की वजह से एक पूरा परिवार बर्बाद हो गया...बेटी की जान जा चुकी है ,मां जेल जा चुकी है और पिता पुलिस से भागा-भागा फिर रहा है...यह घटना बिहार के पश्चिम चंपारण के लौरिया की है.
मिली जानकारी के अनुसार लौरिया के मनोज महतों की बेटी कविता का इन दिनों पढने में मन नहीं लग रहा था..वह अधिकांश समय मोबाइल देखने में रहती थी और दिन भर चैटिंग करते रहती थी.कविता के इस व्यवहार से परेशान मनोज और उनकी पत्नी ने डांट फटकार लगाई और मोबाइल छोड़कर पढाई पर ध्यान देने को कहा...मां-पिता की डांट से नाराज कविता ने खुदकुशी कर ली...बेटी की खुदकुशी से मनोज और उनके परिवार वाले डर गए और आनन-फानन में बेटी के शव को नदी किनारे जाकर दफना दिया.यही गलती उस परिवार के लिए आफत साबित हो गई.
कविता की खुदकुशी और नदी किनारे शव को दफनाने की सूचना स्थानीय चौकादीर को मिल गई,,जिसकी सूचना पर लौरिया पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बरामद कर लिया.उस शव का पोस्टमार्टम कराया गया ,पर परिजन शव को लेने नहीं पहुंचे,जिसके बाद स्थानीय चौकीदार ने शव की पहचान की और उस चौकीदार के बयान पर ही मृत कविता के मां-पिता के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया गया है.पुलिस ने कविता की मां को गिरफ्तार कर लिया है जबकि पिता मनोज की तलाश कर रही है.यानी डांट फटकार की वजह से एक तरफ कविता ने आत्मघाती कदम उठा लिया और दूसरी तरफ उसकी मौत के बाद मा-पिता की मुश्किले बढ़ गई हैं.