Bihar Election 2025 : चुनाव के लिए कांग्रेस का नया प्रयोग, क्यूआर कोड करे स्कैन पाए टिकट


पटना। बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने सभी 243 सीटों पर टिकट दावेदारों से आवेदन मांगे हैं। कांग्रेस के इस कदम से सियासी गलियारे में चर्चाओं का दौर जारी है। इस बीच, पार्टी की ओर से स्पष्ट किया गया है कि कांग्रेस आगामी चुनाव में राज्य की सभी सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारेगी। प्रदेश कांग्रेस नेताओं ने कहा कि उनकी पार्टी आरजेडी समेत अन्य घटक दलों के साथ मिलकर महागठबंधन में ही चुनाव लड़ेगी। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने बताया कि पार्टी ने सभी सीटों पर दावेदारों से आवेदन क्यों मांगे।
कांग्रेस ने सभी 243 सीटों के लिए मांगे आवेदन
राजेश राम ने कहा कि कांग्रेस बिहार की सभी 243 सीटों पर आवेदन ले रही है। हालांकि, महागठबंधन के तहत जो सीटें पार्टी के हिस्से में आएंगे, अंतिम रूप से उन्हीं सीटों पर उम्मीदवार की घोषणा की जाएगी। उन्होंने टिकट मांगने वालों को क्यूआर कोड स्कैन कर ऑनलाइन आवेदन करने को कहा। कांग्रेस पार्टी की ओर से क्यूआर कोड पिछले दिनों जारी किया गया था। सोमवार को प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम समेत अन्य नेताओं ने पटना स्थित सदाकत आश्रम स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी।
उम्मीदवारों को क्या करना होगा?
प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम कहा कि डिजिटल फॉर्म में दिए गए सभी प्रमुख बिंदुओं को भरना जरूरी है, जिसमें सबसे पहले उम्मीदवारों द्वारा किए गए कार्यों की साप्ताहिक अपडेटेड रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय व वार-रूम को नियमित रूप से भेजना होगा। साथ ही 3000 घरों पर कांग्रेस का झंडा लगाने के साथ सभी फोटो biharbachao.com पर अपलोड करना होगा। साथ ही बूथ कमेटी की अपडेटेड लिस्ट वेरिफिकेशन के लिए प्रदेश अध्यक्ष कार्यालय व वॉर रूम में जमा करना है और प्रत्येक पंचायत या वार्ड में 10 महिलाओं की शक्ति समिति की लिस्ट बनाकर भेजनी है।
टिकट की चाह रखने वालो को सोशल मीडिया पर रहना होगा एक्टिव
प्रदेश कांग्रेस की ओर से जारी किए गए निर्देशों के मुताबिक, टिकट की चाह रखने वाले उम्मीदवारों को सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहना होगा। उम्मीदवारों के अंतिम अर्हता के रूप में प्रदेश कांग्रेस कमिटी द्वारा जो भी प्रोग्राम दिया जाएगा, उसे समय पर पूरा कर रिपोर्ट भेजने के साथ-साथ फेसबुक पर 25 हजार, इंस्टाग्राम पर 15 हजार फॉलोअर की संख्या सुनिश्चित करते हुए पंचायत-वार व्हॉट्सएप ग्रुप बनाना भी अनिवार्य है।