चतरा जिला प्रशासन ने फिर की बड़ी कार्रवाई : अवैध रूप से संचालित क्लिनिक और अल्ट्रासाउंड को किया सील
चतरा : बड़ी खबर चतरा से है जहां जिले में अवैध रुप से संचालित नर्सिंगहोम और अल्ट्रासाउंड के विरुद्ध उपायुक्त ने बुधवार देर शाम बड़ी कार्रवाई है. डीसी के निर्देश पर एसडीओ और सिविल सर्जन की टीम ने न्यू बस स्टैंड के पास संचालित एक क्लिनिक और अल्ट्रासाउंड को सील कर दिया है.
बताया जा रहा है कि जिला उपायुक्त रमेश घोलप के निर्देश पर एसडीओ सुरेन्द्र उरांव और सिविल सर्जन डॉ. जगदीश प्रसाद की टीम ने न्यू बस स्टैंड के समीप संचालित कांति आनंद क्लिनिक और एडवांस अल्ट्रासाउंड को सील कर दिया. इन दोनों स्थानों में क्रमशः सर्जन और रेडियोलोजिस्ट नहीं पाए गए. आपको बता दें कि एक पखवाड़े में उपायुक्त की यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है. इसके पूर्व उपायुक्त ने चतरा बाई पास रोड में संचालित एमजी नर्सिंग होम, सिमरिया नर्सिंग होम, हंटरगंज में एक नर्सिंग होम के साथ साथ झारखंड अल्ट्रासाउंड, दिल्ली पैथोलोजी सहित करीब आधे दर्जन अवैध नर्सिंग होम और अल्ट्रासाउंड मशीन को सील कर चुके हैं. उपायुक्त की इस कार्रवाई से अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम और अल्ट्रासाउंड संचालकों में हड़कंप मच गया है. ऐसे में कुकुरमुत्ते की तरह से हर गली मोहल्ले में दिखाई देने वाले अवैध नर्सिंग होम औऱ अल्ट्रासाउंड संचालक अपने अपने दुकान बंद कर फरार हो गए हैं.
मामले में डीसी रमेश घोलप ने बताया कि क्लिनिकल स्टेब्लिसमेन्ट एक्ट के बाहर जितने भी नर्सिंग होम और अल्ट्रासाउंड संचालित हो रहे हैं किसी को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने बताया कि लोग लाइसेंस तो ले लेते हैँ परन्तु सर्टिफिकेट देने वाले डॉक्टर वहां ना तो कभी अल्ट्रासाउंड करने आते हैं और ना ही ऑपरेशन. ऐसे में झोलाछाप डॉक्टर और कंपाउंडर के द्वारा ऑपरेशन कर मरीजों के जान के साथ खिलवाड़ किया जाता है.
चतरा से कुमार चंदन की रिपोर्ट--