BIG NEWS : बीजेपी की महाराष्ट्र विजय में चंद्रशेखर बावनकुले की निर्णायक भूमिका, चुनावी रणनीति का विरोधी भी माने लोहा
NEW DELHI : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने एक बार फिर अपनी चुनावी रणनीति का लोहा मनवाया। यह जीत न केवल संगठनात्मक मजबूती का प्रतीक है, बल्कि इसमें प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले की मेहनत और उनकी गहरी समझ का भी बड़ा योगदान है।
मिलजुलकर मजबूत नींव रखी
चंद्रशेखर बावनकुले, जिन्होंने 2019 में चुनावी टिकट न मिलने के बावजूद पार्टी से अपना जुड़ाव बनाए रखा, ने इस बार पूरे महाराष्ट्र में एक नई ऊर्जा का संचार किया। उन्होंने ओबीसी समुदाय में अपनी गहरी पैठ का उपयोग करके बीजेपी के लिए समर्थन जुटाया। उनकी नियमित यात्राओं, कार्यकर्ताओं से संवाद, और जमीनी बैठकों ने संगठन को मजबूती दी।
उनके नेतृत्व में बूथ स्तर पर कई बदलाव किए गए, जिससे पार्टी की जमीनी पकड़ मजबूत हुई। बावनकुले ने पार्टी की योजनाओं को हर वर्ग तक पहुंचाने के लिए संगठन और संघ निभाई। दोनों के बीच तालमेल बिठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
बूथ प्रबंधन में बदलाव की मिसाल
गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में महाराष्ट्र के बूथ प्रबंधन की रणनीति को और अधिक धार दी गई। बावनकुले ने इसे ज़मीन पर प्रभावी तरीके से लागू किया। 30,000 से अधिक बूथों पर, जहां बीजेपी पिछड़ रही थी, अब बेहतर प्रदर्शन दर्ज किया गया। यह बदलाव अकेले संगठनात्मक बदलाव नहीं था. बल्कि हर बूथ कार्यकर्ता की मेहनत का नतीजा था।
सरकारी योजनाओं का जन-जन तक प्रचार
महायुति सरकार के कामकाज को जनता के बीच बीजेपी के नाम से जोड़ने की कोशिश भी सफल रही। चाहे वह किसान कल्याण की योजनाएं हों, महिला सुरक्षा के लिए प्रयास हों, या युवाओं के लिए नई योजनाएं, चंद्रशेखर बावनकुले ने इन सभी को हर क्षेत्र में प्रचारित किया। उनका यह प्रयास यह सुनिश्चित करता है कि बीजेपी की "डबल इंजन" सरकार की योजनाओं को हर वर्ग तक सही ढंग से पहुंचाया जाए।
ओबीसी का नेतृत्व और बावनकुले की छवि
चंद्रशेखर बावनकुले न केवल एक प्रदेश अध्यक्ष हैं, बल्कि ओबीसी समुदाय के एक प्रभावशाली नेता भी हैं। उनके प्रति इस वर्ग का विश्वास और समर्थन बीजेपी की रणनीति का एक अहम हिस्सा रहा। उनकी यात्रा, जिसमें उन्होंने ट्रेन से सफर कर हज़ारों कार्यकर्ताओं और लोगों से मुलाकात की, ने बीजेपी को एक मजबूत सामाजिक आधार दिलाया।
भविष्य की तैयारी
यह जीत बीजेपी की 2029 की लोकसभा रणनीति के लिए भी एक मजबूत आधार तैयार करती है। बावनकुले की नेतृत्व क्षमता और उनके प्रयास यह संकेत देते हैं कि महाराष्ट्र में बीजेपी आने वाले समय में और भी अधिक प्रभावी तरीके से उभरकर सामने आएगी।
यह जीत केवल राजनीतिक आंकड़ों की कहानी नहीं है, बल्कि यह एक संगठन, नेता, और जनता के बीच विश्वास का प्रतीक है, जो बीजेपी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की ताकत रखती है।
(नई दिल्ली से अंकित त्रिवेदी की रिपोर्ट)