बालू का काला खेल ! : धनबाद के बेजरा घाट पर बालू का अवैध कारोबार, छापेमारी करने गई प्रशासन की टीम को खदेड़ा
निरसा और पुर्वी टुण्डी थाना क्षेत्र के सीमा पर बराकर नदी से दिन हो चाहे रात बालु का अबैध कारोबार धड़ल्ले से किया जाता है । पुलिस प्रशासन द्वारा इसे रोकने के लेकर लगातार कार्रवाई भी की जाती रही है बावजूद पूरी तरह से इस पर अब तक रोक नहीं लग पाना पुलिस के लिए चुनौती बन गयी है । सोमवार की देर शाम धनबाद उपायुक्त के निर्देश पर पूर्वी टुंडी के पंडरा बेजरा घाट पर तस्करी रोकने गई विशेष टीम पर बालू तस्करों ने हमला कर दिया। इसके बाद तस्करों और पुलिसकर्मियों के बीच मुठभेड़ हो गई। करीब आधे दर्जन गोलियां चलाई गईं। हालांकि भीड़ का फायदा उठाकर तस्करों ने चार हाईवा सहित चालक और तस्कर फरार हो गए ।आलम यह है की पुलिस को गांव के बाहर कैंप भी करना पड़ रहा है ।पूरे मामले पर जानकारी देते हुए धनबाद उपायुक्त माधवी मिश्रा ने बताया कि जिले में अवैध बालू के हो रहे उठाव की लगातार शिकायत मिल रही थी जिसके बाद टीम का गठन कर भेजा गया था चार हाईवा का नंबर नोट कर लिए गए हैं और प्राथमिकी दर्ज कर करवाई के निर्देश दिए गए किसी भी हाल में जिले में अवैध रूप से बालू के उठाव नहीं होने दिया जाएगा गिरफ्तारी के मामले पर उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की टीम कार्य कर रही है।
दरअसल, बेजरा घाट से रातभर हाइवा से अवैध बालू ढोया जाता है। इसी सूचना पर जिला प्रशासन ने कार्यपालक दंडाधिकारी के नेतृत्व में टीम को छापेमारी के लिए भेजा था इसमें पुलिस लाइन से एक सेक्शन फोर्स शामिल था। घाट से जैसे ही बालू लेकर हाइवा निकलना शुरू हुआ, भालगढ़ा गांव के पास टीम ने वाहनों को पकड़ना शुरू किया। करवाई होता देख हाईवा चालक हाईवा लेकर गांव के रास्ते भागने लगे चालकों ने इसकी सूचना तस्करों को दी। फिर तस्कर सैकड़ों समर्थकों के साथ पहुंचे और टीम को घेर पथराव करने लगे। उग्र भीड़ पर नियंत्रण पाने को लेकर पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पडी
इस दौरान एक चालक पकड़ा गया। उसका नाम शराफत बताया जा रहा है। कुल मिलाकर ग्रामीणों की आड़ में तस्कर अवैध रूप से बालू का उठाव करते हैं कार्रवाई भी होती है लेकिन पूरी तरह से इस पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। अब जिस तरह से डीसी ने संज्ञान लेकर कार्रवाई की है ऐसे में यह उम्मीद जताई जा सकती है कि आने वाले समय में जिले में हो रहे अवैध बालू के उठाव पर पूरी तरह रोक लग पाएगी। बता दे की छापेमारी का नेतृत्व कार्यपालक दंडाधिकारी दीपक दूबे कर रहे थे> छापामारी में ना तो खनन की टीम शामिल थी और न ही स्थानीय पुलिस।