नंदकिशोर यादव होंगे अगला स्पीकर : बिहार विधानसभा के स्पीकर पद के लिए बीजेपी के नंदकिशोर यादव के नाम पर लगी मुहर, कल करेंगे नामांकन, इन-इन पदों को कर चुके हैं सुशोभित

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BJP's Nandkishore Yadav's name approved for the post of Speaker, will file nomination tomorrow, has already held these posts BJP's Nandkishore Yadav's name approved for the post of Speaker, will file nomination tomorrow, has already held these posts

Desk:बिहार विधानसभा का अगला स्पीकर प्रदेश बीजेपी के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव होंगे। नंदकिशोर यादव के राजनीतिक जीवन पर प्रकाश डाले तो इनका जन्म 26.08.1953 हुआ, पिता का नाम स्व० पन्ना लाल यादव और माता का नाम स्व० राजकुमारी देवी है। पत्नी का नाम स्व० किरण देवी है। नंदकिशोर यादव के दो पुत्र एवं दो पुत्रियां हैं जो सभी विवाहित हैं।

1974 में जे० पी० के आंदोलन में इन्होंने सक्रिया भूमिका निभाई थी, उस दौरान इन्होंनेB.Sc.के फाइनल परीक्षा का बहिष्कार कर आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था। इसके बादवर्ष 1969 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े।वर्ष 1971 में विद्यार्थी परिषद में सक्रिय हो गए ।वर्ष 1974 से जे० पी० आन्दोलन में सक्रिय,पटना सिटी छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष चुने गए।


वर्ष 1974-76,लगभग 15 महीने जेल में रहे ।वर्ष 1978,पटना नगर निगम के पार्षद चुने गए ।वर्ष 1978मेंजनता युवा मोर्चा के पटना जिला अध्यक्ष बनाए गए हैं ।वर्ष 1982मेंपटना नगर निगम के उप महापौर चुने गए हैं ।वर्ष 1983मेंभाजपा के पटना महानगर अध्यक्ष बने ।वर्ष 1983-90,भारतीय जनवा युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री,कोषाध्यक्ष,उपाध्यक्ष रहे।


इसके साथ हीवर्ष 1990-95 मेंयुवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष चुने गए हैं ।वर्ष 1995मेंपटना पूर्वी क्षेत्र से भाजपा विधायक निर्वाचित हुए ।वर्ष 1995-98मेंभाजपा के प्रदेश महामंत्री।वर्ष 1998-2003 मेंभाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बने ।वर्ष 2000मेंपटना पूर्वी से दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए ।वर्ष 2003,एन०डी०ए० के प्रदेश संयोजक,भाजपा राष्ट्रीय कार्य समिति एवं केन्द्रीय अनुशासन समिति के सदस्य रहे ।फरवरी,2005 में पटना पुर्वी से तीसरी बार विधायक निर्वाचित हुए ।नवम्बर,2005 में पटना पुर्वी से चौथी बार विधायक निर्वाचित हुए ।नवम्बर,2005 में मंत्री,पथ निर्माण विभाग एवं पर्यटन,बिहार सरकार बने ।

वहींअप्रैल,2008 में मंत्री,स्वास्थ्य विभागबने ।नवम्बर,2010 में पटना साहिब से पाँचवी बार विधायक निर्वाचित हुए।नवम्बर,2010 में फिर से मंत्री,पथ निर्माण विभागबने ।जून,2013 में नेता,प्रतिपक्ष,बिहार विधान सभाचुने गए।नवम्बर,2015 में पटना साहिब से छठी बार विधायक निर्वाचित हुए ।दिसंबर,2015 में अध्यक्ष,लोक लेखा समिति,बिहार विधानसभा चुन लिए गए।

जुलाई,2017 में फिर से मंत्री,पथ निर्माण विभागबने ।नवम्बर,2020 में पटना साहिब से सातवीं बार विधायक निर्वाचित हुए ।दिसम्बर,2020 में सभापति,प्राक्कलन समिति,बिहार विधान सभा चुने गए।सितम्बर,2022 में सभापति,आन्तरिक संसाधान एवं केन्द्रीय सहायता समिति,बिहार विधान सभा चुने गए ।

बता दें कि बिहार में पिछले 15 दिनों से जारी सियासी उठापटक नीतीश सरकार के सदन में विश्वासमत हासिल करते ही पटाक्षेप हो गया। सदन में सुबह से ही गहमाहमी रही, सभी दल अपने-अपने विधायकों को खुद की देखरेख में सदन लेकर आए, इसके बाद सदन में स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हुई जिसमें आरजेडी के अवध बिहारी चौधरी को कुर्सी गंवानी पड़ी। फिर सरकार ने विश्वासमत प्रस्ताव पेश किया जिसपर चर्चा के बाद वोटिंग हुई, जिसमें नीतीश सरकार को पूर्ण बहुमत प्राप्त हुआ।