बिहार शिक्षा विभाग का कारनामा : इंटर परीक्षार्थी का बदला जेंडर, छात्राओं के बीच छात्र को देख सभी हैरान
जहानाबाद : बिहार शिक्षा विभाग का अजीबों गरीब कारनामा सामने आ रहा है जहाँ इंटर के छात्र का विभाग ने जेंडर ही बदल दिया। अब छात्र को छात्राओं के बीच बैठ कर परीक्षा देनी पड़ रही है। जब अधिकारी चेकिंग के दौरान वहां पहुंचे तो छात्र को छात्राओं के बीच देख कर हैरान हुए।
दरसअल जहानाबाद जिले में इंटर की परीक्षा चल रही है। पूरे जिले में 19 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं,जिसमें लगभग 19000 छात्र एवं छात्राएं परीक्षा दे रही है। लड़कियों के लिए जिले में 9 परीक्षा केंद्र बनाए गए जिसमें शहर के ऊंटा मध्य विद्यालय में लड़कियों के लिए परीक्षा केंद्र बनाया गया है लेकिन वहाँ शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण इन लड़कियों के बीच एक लड़का भी परीक्षा दे रहा है।
जिसका नाम गुलशन कुमार बताया जाता है यह लड़का मखदुमपुर प्रखण्ड के उच्च विद्यालय ईकिल से इंटर का फॉर्म भरा था लेकिन शिक्षा विभाग ने उस लड़के के फार्म के जेंडर वाले कॉलम में मेल के जगह फीमेल कर दिया। अब उस लड़के का परीक्षा केंद्र लड़के के बदले लड़की के परीक्षा केंद्रों पर निर्धारित किया गया। जब उस केंद्र के अधीक्षक मंगलवार को जांच कर परीक्षार्थियों को जांच किया जा रहा था तो उस समय लड़की के परीक्षा केंद्र पर लड़के को देखकर भौचक रह गए।
इसकी सूचना वरीय पदाधिकारी को दिया गया लेकिन जब गहराई से जांच किया गया तो उसके एडमिट कार्ड पर मेल की जगह फीमेल लिखा हुआ था। इसी के कारण उसके परीक्षा केंद्र लड़की के परीक्षा केंद्र पर अंकित किया गया। वहीँ छात्र का कहना है कि शिक्षा विभाग की गलती के कारण उन्हें फजीहत उठानी पड़ रही है उसने कहा कि मैने फॉर्म के जेंडर वाले कॉलम में मेल लिखा था। लेकिन ऊपर के बैठे लोगों ने उसे फीमेल कर दिया जिसके कारण परीक्षा के रिज़ल्ट पर भी उन्हें परेशानी हो सकती है।
वहीं इस मामले पर जिला शिक्षा पदाधिकारी रौशन आरा ने कैमरे पर कुछ भी बताने इंकार करते हुए बताया कि छात्र की गलती के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है इसमें शिक्षा विभाग की गलती नही है। उन्होंने कहा कि छात्र का अलग कमरे में परीक्षा ली जा रही है। गौरतलब हो कि शिक्षा विभाग अपने कारनामों से सुर्खियों में रहता है। कभी शिक्षक को पाठशाला छोड़कर मधुशाला में जाने की आदेश दिए जाते हैं, तो कभी परीक्षा में रात के अंधेरे वाहन की लाइट के सहारे परीक्षा ली जाती है। लगता है कि शिक्षा विभाग अपनी कारनामों से सुर्ख़ियों में बना रहता है ।