Bihar News : बिहार में कृषि, पशुपालन और डेयरी– हर व्यवसाय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सहयोग से हुआ आसान
पटना: महिला रोजगार योजना की सफलता अब बिहार के हर गांव में नई कहानी लिख रही है. मधेपुरा के बिहारीगंज प्रखंड के मोहनपुर गांव की जुगनु देवी आज आत्मनिर्भरता की मिसाल बन गई हैं. जीविका दीदी की मदद से उन्होंने अपने गांव में कृषि उद्यमी के रूप में पहचान बनाई है. हाल ही में उन्होंने वर्मी कंपोस्टिंग का काम शुरू किया था,लेकिन पूंजी की कमी के कारण उनकी रफ्तार थोड़ी थम गई थी. अब महिला रोजगार योजना के तहत मिली राशि से उनके सपनों को नया आयाम मिला है. वे कहती हैं, “अब मैं खाद और बीज की दुकान खोलकर गांव की अन्य किसानों को भी सहयोग दूंगी. मुख्यमंत्री की योजनाओं से महिलाओं को अब आगे बढ़ने की नई रोशनी मिली है.”
जुगनु देवी ने पहले ही डेयरी और मत्स्य पालन जैसे उद्यम शुरू कर दिए हैं. उनका कहना है कि बिहार सरकार की कृषि और पशुपालन से जुड़ी योजनाओं ने हर स्तर पर महिलाओं के लिए नए अवसर खोले हैं.
पशुपालन से समृद्धि की ओर बढ़ता महिला वर्ग
पशुपालन अब बिहार की महिलाओं की आजीविका का मजबूत साधन बनता जा रहा है. मुजफ्फरपुर के सरैया प्रखंड की रंजू कुमारी कई वर्षों से रोज़गार की तलाश में थीं. योजना के तहत 10 हजार रुपये की सहायता राशि मिलते ही उन्होंने दृढ़ निश्चय किया कि वे अब गाय पालन कर डेयरी उद्योग से जुड़ेंगी. रंजू कहती हैं, “यह राशि मेरे लिए नई शुरुआत का आधार है. अब मैं अपने छोटे से प्रयास को बड़ा उद्यम बनाना चाहती हूं.”
उधर पटना जिले के बिहटा प्रखंड के चमनटोला गांव की रानी देवी भी इस पहल की एक प्रेरक कहानी हैं. राशि मिलते ही उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इस योजना से बिहार की महिलाओं को जीवन का नया अध्याय लिखने का अवसर मिला है. अब कोई भी हमें घर की चौखट तक सीमित नहीं रख सकता. हम अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाकर देश-विदेश में भी पहचान बनाने का सपना देख रही हैं.
रानी देवी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आभार जताते हुए कहा कि यह योजना सिर्फ आर्थिक सहायता नहीं,बल्कि आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा आंदोलन है. आज बिहार की महिलाएं न केवल अपने परिश्रम और लगन से घर चला रही हैं बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने का कार्य भी कर रही हैं.
इन सभी कहानियों को एक ही संदेश है. बिहार की महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर हो रही हैं, बल्कि राज्य के विकास की नई पहचान बन चुकी हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महिला सशक्तिकरण के विजन को जमीनी स्तर पर साकार कर रहीं ये महिलाएं आज पूरे समाज में प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं.