BIHAR POLITICS : मटिहानी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं बोगो सिंह, तेजस्वी यादव से मुलाकात के बाद बेगूसराय की सियासत गरमाई


BEGUSARAI : बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है, बेगूसराय जिले के मटिहानी विधानसभा से चार बार विधायक रहे जदयू के पूर्व नेता नरेंद्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह ने पटना में बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात की। इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर इसे बेहद अहम माना जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार बोगो सिंह मटिहानी सीट से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ने की कोशिशों में जुट गए हैं, अगर महागठबंधन उन्हें अपना उम्मीदवार बनाता है तो मटिहानी का मुकाबला बेहद दिलचस्प हो सकता है। बोगो सिंह ने तेजस्वी यादव से मुलाकात की तस्वीरें अपने फेसबुक अकाउंट पर साझा करते हुए लिखा कि उन्हें तेजस्वी यादव की सरलता, मार्गदर्शन और सकारात्मक सोच से ऊर्जा मिली है। उन्होंने यह भी बताया कि मुलाकात के दौरान क्षेत्र और समाज से जुड़े कई अहम मुद्दों पर सार्थक चर्चा हुई।
बता दें कि बोगो सिंह की पहचान एक प्रभावशाली नेता के तौर पर रही है, साल 2005 के फरवरी में उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मटिहानी से जीत हासिल की थी और नवंबर 2005 में भी निर्दलीय चुनाव लड़ा जिसमें उन्हें जदयू का बाहर से समर्थन मिला। इसके बाद 2010 और 2015 में वे जदयू के टिकट पर विधायक चुने गए।
हालांकि 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्हें लोजपा के राजकुमार सिंह से महज 333 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। चुनाव के बाद राजकुमार सिंह लोजपा छोड़कर जदयू में शामिल हो गए और फिलहाल मटिहानी से मौजूदा जदयू विधायक हैं।
राजकुमार सिंह के जदयू में शामिल होने के बाद से बोगो सिंह पार्टी से नाराज चल रहे हैं। हालांकि जदयू ने अब तक उन्हें पार्टी से निष्कासित नहीं किया है। वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने खुलकर महागठबंधन उम्मीदवार के समर्थन में प्रचार किया था। तभी से यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि बोगो सिंह आने वाले विधानसभा चुनाव में किसी दूसरी पार्टी का दामन थाम सकते हैं।
2020 में मटिहानी सीट महागठबंधन में सीपीएम के खाते में गई थी, जहां पार्टी के उम्मीदवार राजेंद्र सिंह तीसरे स्थान पर रहे थे और वे विजेता से करीब 700 वोटों से पीछे रह गए थे। ऐसे में इस बार सीट बंटवारे में अगर मटिहानी राजद के खाते में जाती है और बोगो सिंह को उम्मीदवार बनाया जाता है, तो मुकाबला बेहद रोचक हो सकता है।