बिहार में राजनीतिक शीत युद्ध : एक दूसरे से मुक्त हो रहे बीजेपी और जदयू
जहां एक तरफ़ कुढ़नी विधानसभा सीट हारने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष के निशाने पर हैं वहीं रविवार को खुले अधिवेशन में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ़ ललन सिंह ने 2024 तक बीजेपी मुक्त भारत बनाने का सपना देख रहे हैं. ललन सिंह पर पलटवार करते हुए भाजपा के राजयसभा सांसद और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा के कहीं ऐसा ना हो के 2025 तक बिहार ही जदयू मुक्त हो जाए. सिलसिलेवार ढंग से चल रहे आरोप-प्रत्यारोप के बीच बिहार की राजनीती पूरी तरह गर्माई हुई है.
जहां नीतीश कुमार एक तरफ़ सारे बड़े विपक्षी नेताओं को एक साथ लाकर भाजपा के खिलाफ एक मज़बूत विकल्प खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं भाजपा बिहार को 2025 तक जदयू मुक्त कराने की बात कर रही है. भाजपा ने कहा की तीन उपचुनावों में से दो सीट पर जीत इस बात का संकेत है के अब बिहार में राजनीतिक बदलाव हो रहे हैं, और बिहार की जनता बदलाव चाहती है. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय परिषद की बैठक और जदयू के खुले अधिवेशन में अपने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा के एक हार या नतीजे से निराश होने की ज़रूरत बिल्कुल नहीं है.
नीतीश ने आगे कहा के अगर वो विपक्ष को एक साथ और पूरे दम-ख़म से खड़ा करने में सफल हुए तो 2024 में कोई थर्ड फ्रंट नहीं बल्कि हम मेन फ्रंट बनेंगे. कई राजनीतिक पंडितों ने ये भी दावे किए हैं की अगस्त में राजग को छोड़ महागठबंधन में शामिल हुए नीतीश कुमार ने 2024 में केंद्र की सत्ता के मद्देनज़र अपने राजनीतिक भविष्य को तय करने के लिए भी ये फ़ैसला लिया था.