बिहार में बिजली संकट जारी : कम आपूर्ति की वजह से गांव और छोटे शहरों में 8-10 घंटे का पावर कट


PATNA:-कम आपूर्ति की वजह से बिहार में बिजली संकट अभी भी जारी है।छोटे शहरों में 8-10 घंटे की पावर कट किया जा रहा है।राज्य सरकार महंगे दाम पर बिजली खरीद रही है ,फिर भी जरूरत के हिसाब से उसे बिजली आपूर्ति नहीं हो रही है।
दरअसल कोयले की कम आपूर्ति की वजह से कई बिजली घरों में उत्पादन कम हो रहा है जिसकी वजह से बिहार को केन्द्रीय कोटे की बिजली आपूर्ति कम हो रही है।इसका खामियाजा राज्य की जनता को भुगतना पड़ रहा है वहीं राज्य सरकार को भी बिजली आपूर्ति बहाल रखने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
पिछले दिनों सीएम नीतीश कुमार ने भी स्वीकार किया था कि केन्द्रीय कोटे से बिजली की कम आपूर्ति की वजह से राज्य को पावर कट झेलना पड़ रहा है।सीएम ने कहा था कि वेलोग ज्यादा कीमत देकर बिजली की खरीददारी कर रहें हैं उसके बावजूद जररूत के हिसाब से बिजली नहीं मिल पा रही है।उन्हौने जल्द ही समस्या का समाधान की उम्मीद जताई थी।
मिली जानकारी के अनुसार NTPC के तालचर और दरलीपाली बिजली घर में उत्पादन पहले ही ठप था, बुधवार को पवन उर्जा से भी 70 फीसदी की कटौती के बाद सूबे का बिजली संकट और गहरा गया। देर शाम 560 मेगावाट पवन ऊर्जा के कोटा में मात्र 150 मेगावाट की ही आपूर्ति हुई।इसके पहले एनटीपीसी के बिजलीघरों में गड़बड़ी के बाद 300 मेगावाट की कटौती पहले ही हो रही थी। संकट से जूझ रही बिजली कंपनी को बाजार से भी पूरी बिजली नहीं मिली। केन्द्रीय कोटा से बिहार को 1700-1800 मेगावाट कम बिजली मिली रही है।बुधवार की रात 5400 मेगावाट की ही डिमांड रही थी। केन्द्रीय कोटे से पूरी बिजली नहीं मिलने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ छोटे शहरों में भी 8 से 10 घंटे की कटौती हुई है।