बिहार में जारी रहेगी शराबबंदी-नीतीश : 16 नवंबर को हाईलेबल मीटिंग के बाद लापरवाह अधिकारियों पर होगी कार्रवाई!

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BIHAR ME JARI RAHEGI SHARAB BANDI BIHAR ME JARI RAHEGI SHARAB BANDI

PATNA :-बिहार में इनदिनों शराबबंदी को लेकर खूब चर्चाएं हो रही है.आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है.अलग अलग राजनीतिक दलो की अलग अलग राय रही है कोई इसे ज़रूरी बता रहा है तो कई लोग इसमें संशोधन और समीक्षा की बात कर रहे है.दरअसल जब से ये शराबबंदी कानून लागू हुआ है तब से इसको लेकर बयानबाजियां होती रही है,लेकिन इन दिनों बिहार में ज़हरीली शराब से कई लोगों की हुई मौत के बाद ये मामला एक बार फिर से गरमा गया है.

एक ओर जहां विपक्ष ने इस मामले पर सरकार को जमकर घेरा है वहीं सरकार ने इस कानून के फायदे गिनवाए और इसकी महत्ता को दुहराया है,खुद मुख्यमंत्री ने इसको लेकर कहा है की सरकार इसको लेकर काफी गंभीर है और किसी भी कीमत पर इस कानून को तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जायेगा.दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस मुद्दे पर 16 तारीख को एक समीक्षा बैठक करने वाले है जिसमे इस बात की समीक्षा होगी की इस कानून का कितना फायदा हुआ है और इसे सख्ती से लागू करवाने में कहाँ परेशानी आ रही है.जनता दरबार के बाद मुख्यमंत्री ने आज इस मुद्दे पर मिडिया को सम्बोधित करते हुए अपनी प्रतिबद्धता दुहराई उन्होंने साफ लफ़्ज़ों में कहा की इस कानून को कैसे सख्ती से लागू कराया जाये इस पर चर्चा होगी ही साथ में इस बात पर भी गौर किया जाएगा कि लोगों के बीच इसको लेकर जागरूकता कैसे फैलाई जाये क्योकि ये बेहद अहम् है,अगर लोग जागरूक होंगे तो ये समस्या जल्द कम होगी.

मुख्यमंत्री ने ज़हरीली शराब से हुई मौत पर कहा की कानून काफी सख्त है लेकिन कुछ लोग हमेशा गड़बड़ी करेंगे इससे इस कानून पर सवाल उठाना सही नहीं है,सरकार इसको लेकर गंभीर और सख्त है 16 तारीख को इससे जुड़े सभी लोग बैठक में शामिल होंगे और इसकी गहन समीक्षा की जाएगी इतना ही नहीं इसको लेकर ज़िम्मेवारी भी तय होगी और कानून को सुचारू रूप से लागू करने को लेकर निर्देश दिए जायेंगे। शराबबंदी को लेकर एक ओर हमलावर विपक्ष और दूसरी ओर अपनी गंभीरता दिखाती सरकार, लेकिन इनसब के बीच पीड़ित परिवारों का ये सवाल कि आखिर शराबबंदी के बावजूद ज़हरीले जाम के सौदागरों का कारोबार बिहार में कैसे फल फूल रहा है? बार बार सामने आता है,शायद यही वजह है की सरकार अब इसको लेकर गहन समीक्षा करने जा रही है ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए की ज़हरीले जाम के कारोबार पर लगाम लग पायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कानून का वायलेशन हो रहा हो तो उस मामले को भी समीक्षा में देखा जायेगा।शराबबंदी कानून के बाद से अपराधिक घटना में कमी आई है।शराब पीकर गाड़ी चलाने से जो दुर्घटना होती थी.उसमें में भी कमी आई है।सीएम ने कहा कि कुछ लोग हमारे खिलाफ हो गए हैं। शराबबंदी मामले को लेकर उन्होंने कहा कि इस बात का प्रचार होना चाहिए कि शराब पीने से लोगों की मौैत हो सकती है।

सीएम ने कहा कि घटनाएं जहां भी हो रही है वहां तुरंत एक्शन लिया जा रहा है।गया में हुए नक्सली द्वारा चार लोगों की हत्या किए जाने के सवाल पर सीएम ने कहा कि वहां का पुलिस और प्रशासन पूरे मामले को देख रही है।गौरतलब है कि नक्सली संगठन ने गया के डुमरिय़ा प्रखंड क्षेत्र में एक व्यक्ति पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाते हुए उसके दो बेटा और दो पुतोहू को फांसी दे दिया था और उसके घर को विस्फोट करके उड़ा दिया था।उन्होंने कंगना राणावत के बयान पर कहा कि कुछ लोगों की आदत होती है इस तरह का बयान देना और मीडिया भी इसको पब्लिश भी कर देता है।