बिहार में 2 बाघों की रहस्यमय मौत : अधिकारियों में हड़कंप, अलग-अलग जगह मिले शव
प.चंपारण : बिहार के इकलौते टाइगर रिजर्व में दो बाघों का शव मिलने से हड़कंप मच गया। बाघों के आशियाना में दो बड़े जानवरों की मौत की खबर ने वन विभाग की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा किया है। आश्चर्य की बात तो यह बाघ के मरने की खबर वन विभाग के कर्मचारियों को 4 दिन बाद लगी। वहीँ सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे वन अधिकारी पूरे मामले की जांच में जुट गए हैं।
बताया जा रहा है कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से सटे रिहायशी इलाके में बाघ और तेंदुए के शव को वन विभाग ने बरामद किया ह । बाघ का शव रमपुरवा गांव से दूर गन्ने के खेत मे मिला तो तेंदुआ थोड़ी दूर स्थित धनैया रेता में मृत मिला। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद मौत के असली कारणों की जानकारी मिल सकती है। हालांकि हाई वोल्टेज करंट को मौत का कारण बताया गया है ।
जानवरों के कीमती अंगों की तस्करी का मामला हो सकता था लेकिन वन विभाग को इसका अंदेशा कम है। कहा गया कि अगर शिकारियों ने इस घटना को अंजाम दिया होता तो जानवरों के शव को वे यहां नहीं छोड़ते। तस्कर शिकार करने के बाद शव को ले जाते। वहीँ वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक डॉक्टर नेसा मणि ने बताया कि बाघ को जमीन के अंदर दफन पाया गया था। बाघ के शव को देखने से यह लग रहा है कि उसकी मौत कुछ दिन पहले हुई है। बाघ की मौत बिजली के करंट लगने से हो सकती है।