दुबई में बढ़ी बिहार की शान : 'जल जीवन हरियाली' अभियान को मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान, प्रदेश में बढ़ा 4.85% जंगल
DESK: बिहार की पहचान अब दुबई तक पहुंच गई है. बिहार के 'जल जीवन हरियाली' अभियान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है. दुबई के 28वां जलवायु शिखर सम्मेलन में बिहार को यह सम्मान दिया गया. इस दौरान बिहार की प्रशंसा अपने क्षेत्र में जंगल बढ़ाने के लिए की गई.
'जल जीवन हरियाली' अभियान को मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान
दुबई के 28वां जलवायु शिखर सम्मेलन के दौरान शनिवार, 2 दिसंबर को बिहार को 'जल जीवन हरियाली' अभियान के लिए सम्मानित किया गया है. दुबई में बिहार के वरिष्ठ अधिकरियों ने राज्य की हरित पहल और जलवायु सुधार के प्रति सरकार की तैयारियों पर जानकारी प्रस्तुत की है. बता दे कि बिहार में साल 2019-21 के बीच फॉरेस्ट लैंड 9.9 प्रतिशत था. जो अब बढ़कर 14.75 प्रतिशत हो गया है.
बिहार में 2 साल में बढ़ा 4.85% जंगल
जिसको लेकर बिहार की वन एवं पर्यावरण विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी ने बताया, 'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में, बिहार वनीकरण के माध्यम से जलवायु संकट प्रबंधन में एक रोल मॉडल के रूप में उभरा है. 2012-13 में हरियाली मिशन के शुभारंभ के बाद से कुल 381.008 मिलियन नए पौधे लगाकर राज्य का जंगल एरिया 2019 में 9.9 प्रतिशत हो गया था. 2019-21 में ये आंकड़ा बढ़कर 14.75 प्रतिशत हो गया है.' साथ ही उन्होंने वित्तीय वर्ष 2020-21 से बिहार में ग्रीन बजट के कार्यों की चर्चा करते हुए कहा कि "बिहार देश के उन पहले राज्यों में से एक है, जिसने पर्यावरण के लिए हरित बजट पेश किया है. इस बजट का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन से निपटने और जैव विविधता की रक्षा करना है."
बता दे कि दुबई का जलवायु शिखर सम्मेलन मुख्यता कार्बन उत्सर्जन को कम करने और जलवायु प्रबंधन में विकासशील देशों का समर्थन करने पर केंद्रित है. यह सम्मेलन UN की कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज की 28 वीं बैठक का हिस्सा है. जलवायु शिखर सम्मेलन को COP28 का नाम दिया गया है. इस सम्मेलन में वैश्विक नेता ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने और जलवायु परिवर्तन से प्रभावी ढंग से निपटने के तरीकों पर चर्चा करते हैं.