भगवान के नाम पर होगी मठ और मंदिर की जमीन : अवैध रूप से बेची गई जमीन की जमाबंदी खत्म करेगी सरकार


PATNA:-बिहार के मंदिर और मठों के नाम पर हजारों एकड़ जमीन एवं अन्य संपत्ति है पर जमीन माफिया एवं असामाजिक तत्व द्वारा इस संपत्ति पर लगातार कब्जा हो रहा है पर बिहार की नीतीश सरकार इन संपत्तियों के संरक्षण के लिए नई पहल कर रही है और मठ एवं मंदिर से सम्बद्ध राज्य की करीब 29 हजार एकड़ जमीन को राष्ट्रीय संपत्ति घोषित करने की तैयारी कर रही है।
इसके लिए सरकार की राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग एवं विधि विभाग संयुक्त रूप से काम शुरू की है।इसके तहत सबसे पहले मठ एवं मंदिर की जमीन पर से अवैध कब्जा हटाने की प्रकिया शुरू की जा रही है और गलत तरीके से रजिस्ट्री कराए गए जमीन का निबंधन रद्द करने की प्रकिया शुरू की जाएगी।
मंदिर और मठ की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करके उसे सरकारी संपत्ति का टैग दिया जाएगा.इसके लिए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, विधि विभाग और बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद की बैठक हुई.,जिसमें यह फैसला किया गया कि मठ और मंदिरों की 29 हजार एकड़ जमीन को राष्ट्रीय संपत्ति यानी लोक भूमि घोषित किया जाए.और अतिक्रमण मुक्त करने की पहल शुरू की जाएगी।बिहार में मठ और मंदिर की संपत्ति का मालिकाना हक भगवान या इष्ट देव का नाम पर होगा जबकि सेवा करने वाले पुजारी का नाम अभियुक्ति कॉलम में लिखा जाएगा.
इस मसले पर राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने कहा है कि धार्मिक मंदिरों और मठों की जमीन के जरिए जो लोग माफिया गिरी कर रहे हैं उन पर सरकार नकेल कसने की तैयारी कर रही है,वहीं राज्य के विधि मंत्री प्रमोद कुमार के कहा कि जल्द ही मठ और मंदिरों की जमीन पोर्टल पर अपलोड कर दी जाएगी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस पोर्टल का उद्घाटन करने वाले हैं.