जंगल में नाबालिग से गैंगरेप की कोशिश : प्रेमी ने दोस्तों के साथ मिलकर रची थी साजिश, बेहोश होने पर अस्पताल में कराया भर्ती


चतरा जिले में नाबालिग प्रेमी द्वारा दोस्तों के साथ मिलकर नाबालिग प्रेमिका के साथ सामूहिक बलात्कार करने का प्रयास का सनसनिखेज मामला प्रकाश में आया है। घटना प्रतापपुर थाना क्षेत्र की है। जहां नाबालिक लड़की को सुनसान स्थान पर बुलाकर चार नाबालिग युवकों पर दुष्कर्म का प्रयास करने का आरोप लगा है। हालांकि प्रयास के दौरान लड़की के बेहोश होने पर आरोपी आनन-फानन में प्रतापपुर स्वास्थ्य उप केंद्र में उसे भर्ती करा दिया। मामले का खुलासा तब हुआ जब लड़की होश में आई और परिजनों को पूरे मामले की जानकारी दी। जिसके बाद प्रतापपुर थाना में पीड़िता के फर्द बयान पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को धर दबोचा है, इनमें से तीन को तत्काल निरुद्ध किया गया है। वहीं चौथे से थाना में पूछताछ की जा रही है। एसडीपीओ संदीप सुमन के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर पीड़िता का बयान दर्ज करते हुए आईएफएसएल जांच भी शुरू कर दी है। एसडीपीओ ने बताया कि पीड़िता का मेडिकल जांच कराने के साथ-साथ भारतीय नागरिक न्याय संहिता के तहत न्यायालय में 164 का बयान भी दर्ज कराया गया है।
गौरतलब है कि पीड़िता प्रतापपुर प्रखंड मुख्यालय की रहने वाली है। जिसे गांव के ही उसके नाबालिग प्रेमी ने झांसा देकर पहले सुरबंदिया जंगल मे बुलाया और दो अन्य साथियों के साथ मिलकर उसका सामूहिक दुष्कर्म का प्रयास किया। लेकिन इसी दौरान उसकी प्रेमिका बेहोश हो गई। जिसके बाद तीनो आरोपियों ने एक अन्य साथी को घटना की सूचना देते हुए मौके पर पानी लाने की बात कहकर बुलाया। जिसके बाद चौथा साथी मौके पर पहुँचा था। लेकिन जब घंटों पीड़िता होश में नहीं आई तो सभी आरोपियों ने घबराकर पीड़िता को प्रतापपुर स्वास्थ्य उपकेंद्र में भर्ती करा दिया। जहां उपचार के बाद होश में आई पीड़िता ने परिजनों को घटना की जानकारी दी।
पीड़िता और आरोपी अलग-अलग जाति के हैं। जिसे लेकर कुछ स्थानीय युवकों के द्वारा इसे सांप्रदायिक रूप देने का भी प्रयास किया जा रहा था। मामले को लेकर स्थानिय युवकों के द्वारा प्रतापपुर थाना के मुख्य द्वार पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन और जमकर नारेबाजी तक की गई। लेकिन अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संदीप सुमन के सख्त रवैये और कार्रवाई में पुलिस की तत्परता से मामला समय रहते शांत हो गया। इसके बाद पुलिस ने निरुद्ध किये गए तीनों आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। वहीं पानी लेकर मौके पर पहुंचे चौथे आरोपी से गहन पूछताछ की जा रही है।