मातम में बदली खुशियां : सपनों के दिन बहा आंसुओं का सैलाब, बेटी की डोली निकलते ही पिता की उठी अर्थी
MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर में एक परिवार की खुशियां मातम में बदल गई। घर से बेटी की डोली उठते ही पिता की अर्थी उठ गई. इसके बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
घटना जिले के बंदरा प्रखंड क्षेत्र के मतलूपुर पंचायत के घोसरामा की है। यहां एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। बताया जा रहा है कि वार्ड नंबर पांच के रहने वाले रामबाबू चौधरी के यहां रविवार रात बरात आई। उनकी छोटी बेटी कुमारी सूर्या की शादी हो रही थी। बारात औराई प्रखंड के सहिला हथौड़ी से आई थी। सभी मांगलिक कार्यक्रम सही तरीके से संपन्न हो गया।
सुबह सूर्या की विदाई भी हुई। मगर ईश्वर को कुछ और मंजूर था। बेटी की विदाई के आधे घंटे बाद हीं रामबाबू चौधरी की मौत हो गई। इस हृदयविदारक घटना से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। घटना की सूचना पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण उनके दरवाजे पर पहुंच गए। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।
मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि बेटी की विदाई के दौरान रामबाबू चौधरी काफी भावुक हो गए। शायद बेटी की विदाई वो सहन नहीं कर पाए और उनकी मौत हो गई। 11 दिसंबर को उनके छोटे बेटे रौशन की भी शादी हुई थी। रामबाबू चौधरी अपने पीछे 4 बेटे और 2 बेटी से भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। पिछले कुछ दिनों से वो बीमार चल रहे थे। उनकी उम्र लगभग 55 वर्ष थी।