गांव में मातम : होली में रंग-गुलाल खेलकर बोर्डर पर गया था बिहार का बेटा..अब लौट रहा है उसका शव...


ARRAH:-बिहार के भोजपुर जिला के कोईलवर प्रखंड के कंचन टोला में मातम छाया हुआ है..मातम की वजह है कि इस गांव का एक बेटा सुधीर कुमार देश के लिए शहीद हो गया है.इसकी सूचना मिलते ही सुधीर के परिवार में कोहराम मचा हुआ है वहीं गांव में भी मातमी सन्नाटा है.
मिली जानकारी के अनुसार जम्मू कश्मीर के रजौली में शनिवार को एंबुलेंस खाई में गिर गई. इसमें सुधीर कुमार भी शहीद हो गए.सूचना मिलने के बाद से ही पूरे गांव में मातम पसर गया। गांव की महिलाएं और बड़े बुजुर्ग सभी शहीद सुधीर कुमार के घर उनके परिजनों का हौसला अफजाई करने पहुंचे, जहां शहीद जवान की मां समहौती देवी और उनकी पत्नी सुनीता देवी का रो-रोकर बुरा हाल है.
शहीद जवान सुधीर कुमार की पत्नी सुनीता देवी ने बताया कि बड़े अफसर का कॉल आया था। उन्होंने कहा कि तुम सुधीर कुमार की पत्नी बोल रही हो। मैंने कहा हां मैं उनकी पत्नी बोल रही हूं। तो उन्होंने कहा कि बहुत अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है अब सुधीर कुमार इस दुनियां में नहीं है। उन्होंने बताया कि सुबह में ही करीब दस बजे मेरी बात हुई थी। उन्होंने कहा था कि मैं अभी गाड़ी लेकर जा रहा हूं। गाड़ी लगाकर बात करूंगा। लेकिन उसके बाद मौत की सूचना मिली है।
परिजनों ने बताया कि अंतिम बार गांव 10 फरवरी 2023 में आए थे। इस दौरान भतीजी अनिता कुमारी की शादी थी। शादी अटेंड करने के बाद फगुआ (होली) तक रुके थे। फिर होली के बाद दोबारा ड्यूटी पर चले गए थे। सुधीर कुमार पहली बार साल 2002 में सेना ज्वाइन की थी। जिनका पहला पोस्टिंग बैंगलोर (asc) आर्मी सप्लाई कोर (MT) में एक ड्राइवर के पोस्ट पर हुआ था। उसके बाद उन्होंने कई जगहों पर अपनी सेवा प्रदान की थी। 2020 में जम्मू कश्मीर के रजौली में पोस्ट मिला था। रजौली के पहले सुधीर कुमार उत्तर प्रदेश के बरेली में भी पोस्टेड रह चुके थे। परिजनों के मुताबिक हाल ही में नायक हवलदार में प्रमोशन हुआ था।
वहीं शहीद सुधीर कुमार के बेटे सुशील कुमार ने बताया कि मैं भी अपने पिता की तरह ही देश की सेवा करना चाहता हूं। मैं सेना की तैयारी कर रहा हूं.