BIG NEWS : नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़, 18 की मौत, 25 से ज्यादा घायल
NEW DELHI : शनिवार रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जिनमें 9 महिलाएं, 4 पुरुष और 5 बच्चे शामिल हैं। हादसे में 25 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इस हादसे के बाद रेलवे के साथ-साथ सियासी गलियारे में भी हलचल तेज हो गई है।
कैसे हुआ हादसा?
ये हादसा नई दिल्ली के प्लेटफॉर्म नंबर 13, 14 और 15 के बीच हुआ, जब महाकुंभ जाने के लिए हजारों की भीड़ स्टेशन पर इकट्ठा हो गई थी। रात करीब 8:30 बजे प्रयागराज जाने वाली तीन ट्रेनें लेट हो गईं, जिससे अफरा-तफरी मच गई। बताया जा रहा है कि प्लेटफॉर्म नंबर -14 पर पहले से ही भीड़ मौजूद थी, तभी अनाउंसमेंट हुआ कि भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म-16 पर आएगी। इसी सूचना के बाद यात्री तेजी से प्लेटफॉर्म-16 की ओर दौड़ पड़े, जिससे भगदड़ मच गई।
प्रशासन की बड़ी चूक
1. एक साथ कई ट्रेनें लेट :प्रयागराज स्पेशल ट्रेन, भुवनेश्वर राजधानी और स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस के यात्री एक ही जगह इकट्ठा थे, जिससे भीड़ बेकाबू हो गई।
2. बिना प्लानिंग भीड़ नियंत्रण :दो हफ्तों से कुंभ जाने वालों की भारी भीड़ स्टेशन पर हो रही थी लेकिन प्रशासन ने कोई कंट्रोल रूम नहीं बनाया।
3. अचानक हुए अनाउंसमेंट :ट्रेन प्लेटफॉर्म बदलने की सूचना मिलते ही लोग बेतहाशा दौड़ने लगे, जिससे हादसा हुआ।
'44 साल में नहीं देखी कभी ऐसी भीड़'
वहीं, नई दिल्ली स्टेशन पर मौजूद एक कुली की माने तो उन्होंने 44 साल में ऐसी भीड़ कभी नहीं देखी। उनके मुताबिक वे 1981 से यहां कुली का काम कर रहे हैं। इतनी भीड़ कभी नहीं देखी। प्लेटफॉर्म चेंज हुआ, जिससे भगदड़ मच गई। लोग एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गए। लाशें देखने के बाद खाना नहीं खा पाए।
कुंभ में लगातार हो रहे हादसे
इससे पहले 29 जनवरी को प्रयागराज के महाकुंभ में भी भगदड़ के कारण 30 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 2013 के कुंभ मेले के दौरान प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर हुए हादसे में 36 लोग मारे गए थे। रेलवे और प्रशासन पर लापरवाही के गंभीर आरोप लग रहे हैं। हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।