सामाजिक एकता की मिसाल ! : क्यों चर्चा में है मुजफ्फरपुर के इस पंचायत भवन का उद्घाटन, पढ़िये पूरी खबर

Edited By:  |
Reported By:
Why is the inauguration of this Panchayat building of Muzaffarpur in discussion Why is the inauguration of this Panchayat building of Muzaffarpur in discussion

मुजफ्फरपुर : भारत में जातिप्रथा और इस वजह से होने वाले सामाजिक भेदभाव का इतिहास बहुत पुराना रहा है। आजादी के बाद भी संविधान के जरिए इसे खत्म करने की कोशिश की गई। करीब-करीब उसमे सफलता भी मिली। लेकिन आज भी कई ऐसी घटना देश में हो जाती है। जो अगड़ी-पिछड़ी, उच्च-नीच के भेदभाव होने का पक्का सबूत दे जाता है। कभी किसी दलित नेता के मंदिर में घूसने पर मंदिर परिसर को धोये जाना उन्ही में से एक है.. खैर वो राजनीति का भी हिस्सा रहता है। लेकिन किसी न किसी बहाने देश में भेद भाव की तस्वीर सामने आ ही जाती है। लेकिन इन सब के बीच मुजफ्फरपुर से एक तस्वीर सामने आई है। जो सुखद है जिसे देखकर हम ये कह सकते हैं कि भेदभाव समाज से मिटता जा रहा है। तस्वीरें देखकर हर कोई तारीफ कर रहा है।

आदर्श समाज की ये तस्वीरें, मुजफ्फरपुर जिले के कटरा प्रखंड से सामने आई है। आपको बताते चलें ये पंचायत ब्राह्मण बहुल क्षेत्र है। यहां ब्राह्मणों की संख्या और जाति से कई गुना अधिक है। आज जजुआर मध्य के पंचायत भवन का उद्घाटन होना था। लेकिन जरा आप सोचिये इस ब्रह्मण बहुल इलाके में कोई शुभ काम में महादलितों को तरजीह दी जाए और उनके द्वारा कार्यक्रम का आगाज हो, और वो ही उद्घाटन करे तो आप क्या कहिऐगा। हो सकता है आपके जेहन में आए कि ब्राह्मणों को डरा धमका कर ऐसा कराया गया है। लेकिन सच्चाई कुछ और है। ब्रहामण जाती से तालुक रखने वाले मुखिया सुमन नाथ ठाकुर ने एक अच्छी पहल की है। उन्होंने पंचायत भवन का उद्घाटन किसी मंत्री और विधायक से ना करवाकर 5 महादलित से करवाया है। इस उद्घाटन की चर्चा जोरों शोरों से है। इसके लिए ब्राहम्णों पर किसी ने दबाव नहीं डाला है। इनकी यह सोच को हर कोई सराहना व्यक्त कर रहे हैं।

आपको बता दें जजुआर मध्य पंचायत के मुखिया सुमन नाथ ठाकुर को बेहतर कार्य को लेकर भारत सरकार के पंचायती राज विभाग, बिहार सरकार के राज्यपाल और जिला प्रभारी मंत्री व जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर के द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है। लगातार सरकार के योजनाओं को बेहतर और मॉडल रूप दे रहे हैं। भ्रष्टाचार में लिप्त जनप्रतिनिधियों को इससे बड़ा सबक लेना चाहिए. वहीं इस मामले महादलित बिनोद मल्लिक ने बताया हम सपनों में भी यह नहीं सोचा था। हमें पंचायत भवन का उद्घाटन करने का सौभाग्य प्राप्त होगा। और बीच सभा में सम्मानित किया जाऐगा। यह बहुत अच्छा सोच है। और मानसिक रूप से बिमार लोगों को अपने दिमाग से ऊंच-नीच अगड़ा-पिछड़ा अपने ज़हन से हटा देना चाहिए।

वहीं इस मामले पर प्रमिला देवी देवी बताती है। महादलित है। कभी उम्मीद नही किए थे ऐसा पल आऐगा‌। जब से मुखिया सुमन नाथ ठाकुर बने हैं तबसे महादलित समाज को नहीं लगता है। हम निचली जाती से है। हरके कार्य में कंधे से कंधे-सा-कंधा मिलाकर चलते हैं। इस पंचायत महादलित परिवार गौरवान्वित महसूस कर रहा है. वहीं इस मामले पर पंचायत के मुखिया सुमन नाथ ठाकुर ने बताया अक्सर उद्घाटन समारोह में मंत्री और विधायक को बुलाया जाता है। लेकिन हमारी यह सोच थी कि जो सबसे निचले पायदान पर है। उनसे पंचायत भवन के जीर्णोद्धार का उद्घाटन करवाया गया है। मल्लिक समाज जो महादलित से आते हैं। उनकी खुशी से ही हमारे समाज का विकास होगा। अपने पंचायत को यही स्वर्गलोक बने मेरी बस यही सोच है।