अजब-गजब : सहन नहीं हुआ दुल्हन का इंतजार तो दूल्हा पहुंच गया ससुराल, फिर हुआ कुछ ऐसा कि थाने में रचानी पड़ी शादी, जानिए पूरा मामला
NAWADA :नवादा में एक युवक को विवाह की प्रतीक्षा सहन नहीं हुई और वह तय तिथि के दो माह पहले ही अपने होने वाले ससुराल पहुंच गया और शादी कर नई नवेली दुल्हन को ले जाने की जिद पर अड़ गया। वधू पक्ष वाले परेशान होकर वर पक्ष के लोगों से संपर्क किए, जिसके बाद वर पक्ष के लोग आने में देर किए तो वधू पक्ष के लोगों ने स्थानीय थाने को सूचित किया।
वहीं, सूचना पर पहुंचे दलबल के साथ मेसकौर थानाध्यक्ष रुपेश कुमार ने दोनों बालिग दूल्हा-दुल्हन को थाने ले गए, जहां दोनो परिवार को थाने में बुलाकर थानाध्यक्ष ने बातचीत की। बाद में पुलिस के समझाने के बाद दोनों के परिवार वाले शादी के लिए राजी हो गए।
वहीं, पुलिसकर्मियों और वर-वधू पक्ष की उपस्थिति में थाना परिसर में बने शिव मंदिर में दोनों का विवाह करवाया गया। दोनों थाने के अंदर भगवान को साक्षी मानकर एक-दूसरे को जयमाल पहनाकर एक-दूजे के हो गए। त्रिपुरारी ने सुमन की मांग में सिंदूर भरकर उसे सात जन्मों का साथी बना लिया।
बताया जाता है कि मेसकौर प्रखंड क्षेत्र के कोपिन गांव निवासी राम चंद्र महतो के 21 वर्षीय पुत्र त्रिपुरारी कुमार एवं मेसकौर की ही निमचक गांव निवासी सुखदेव महतो की 19 वर्षीय पुत्री सुमन कुमार की शादी आषाढ़ में तय हुई थी। इससे पहले ही युवक अपने ससुराल पहुंच गया था।
थानाध्यक्ष रुपेश कुमार ने बताया कि दूल्हा-दुल्हन दोनों बालिग थे। इस कारण दोनों के परिवार की सहमति से पहले शादी करा दी गई, जहां पुलिस की समझाइश पर दोनों के परिवार इस शादी में शामिल हुए।
वहीं, विवाह के बाद दूल्हा-दुल्हन को अपने साथ लेकर अपने घर कोपिन गांव चला गया। शादी में थानाध्यक्ष, वर - वधू पक्ष के लोग समेत अन्य पुलिसकर्मी मौजूद थे।