वीआईपी पार्टी ने कर दिया कमाल : 'नशा नरक में ले जाई' गायिका को दी बड़ी जिम्मेदारी, यहाँ जानिए पूरी बात
पटना : वीआईपी पार्टी ने हाल ही में अच्छी खासी लोकप्रियता पाने वाली इंदु देवी को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए पार्टी की स्टार प्रचारक बना दिया है। वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने मुज्जफरपुर की रहने वाली इंदु देवी को वीआईपी पार्टी की तरफ से सम्मानित करते हुए, हारमोनियम खरीदने के लिए पार्टी की तरफ से 25 हजार रुपए का चेक भी सौंपा है ।
आपको बता दें की अभी कुछ दिनों पहले ही इंदु देवी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समाज सुधार अभियान में मंच से ही 'नशा नरक में ले जाई, जनी पीह ए भाई' गीत गाकर काफी चर्चा बटोरी थी। इस दौरान खुद मुख्यमंत्री भी गायिका का गाना सुन मंत्रमुग्ध हो गए थे।
नशा मुक्ति अभियान से जुडी इंदु देवी एक अत्यंत साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं, गरीबी से लड़ते हुए उन्होंने अपने गायन के माध्यम से समाज को जागरूक करने का काम किया हैं, उन्होंने जिस खूबसूरती से अपने गीत को प्रस्तुत करते हुए सबको नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया है, वह अत्यंत सराहनीय है।
हमारे राज्य बिहार में लागू शराबबंदी अभियान को सफल बनाने में महिलाए, अपनी बड़ी भूमिका निभा रहीं हैं, मुज्जफरपुर की रहने वाली इंदु देवी जी ने अपने गीत के माध्यम से नशे से होने वाले नुकसान को खूब बखूबी बताया है । वीआईपी पार्टी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ कदम से कदम मिलाकर हमारे समाज में व्याप्त बुराइयां जैसे शराब, दहेजप्रथा, बालविवाह आदि कुप्रथाओं को जड़ से मिटाने हेतु वचनबद्ध हैं।
देव ज्योति ने कहा कि इंदु देवी जैसे महिलाएं हम सबके लिए प्रेणाश्रोत हैं ,उन्होंने इस अभियान को एक मुहिम की तरह घर घर और जन जन तक पहुंचाने का जो काम किया है, इसके लिए वीआईपी पार्टी उनकी आभारी हैं । मुकेश सहनी ने हमेशा महिलाओं को आगे बढ़ाने का काम किया है, वीआईपी पार्टी में भी हमारी महिला नेत्रियों को भी महत्वपूर्ण पद पर आसीन किया गया है, ताकि महिलाएं पूरे आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सके।
इस अवसर पर इंदु देवी ने मीडिया से कहा कि, आज वे वीआईपी पार्टी की तरफ से सम्मानित किए जाने पर खुद में गौरव का अनुभव कर रही हैं। उन्होंने पार्टी के संस्थापक " सन ऑफ मल्लाह " मुकेश सहनी का आभार व्यक्त किया, और कहा की मैं निषाद आरक्षण की लड़ाई में मुकेश सहनी के साथ हूं।
उन्होंने इस अवसर पर गीत गाकर " प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया, कि, जिस तरह निषाद राज ने भगवान श्री राम को उनके संकट की घड़ी में उनकी नैया पार लगाई थी, उसके बदले जब आज उनके वंशजों की नैया बीच मझधार में फंसी हैं,तो निषाद समाज केंद्र सरकार से अपना हक मांग रहा हैं।