वन विभाग के लिए सिरदर्द बना बाघ : ड्रॉन कैमरे को भी दे रहा चकमा, इलाके में हड़कंप
सीतामढ़ी : खबर है सीतामढ़ी से जहां पिछले 11 दिनों से वन विभाग और बाघ के बीच आंख मिचौली चल रही है। कई दिनों से वन विभाग के लोग ड्रॉन कैमरे से बाघ की खोज में लगे हैं साथ ही पिंजड़े में बकरी को रख कर उसके आने का इंतज़ार भी कर रहे हैं लेकिन बाघ उनकी पकड़ से अभी भी बाहर है। वहीं ग्रामीण दहशत के साये में जीने को मजबूर हैं।
मामला सीतामढ़ी के रिगा,बथनाहा प्रखण्ड में दहशत फैलाने के बाद बाघ अब डुमरा प्रखण्ड के खड़का गाँव के जंगलों में जंगली सुअर को अपना शिकार बनाकर अपनी मौजूदगी का एहसास दिला चुका है। बाघ ने चौथा अटैक कर दिया है। बाघ ने एक बार फिर जंगली सुअर को अपना निशाना बनाया है। सोमवार की सुबह खड़का और परोरी की सीमा पर जंगली सूअर के अवशेष मिले हैं। वन विभाग को आशंका है कि बाघ इसी इलाके में छुपा हुआ है।
वन विभाग के द्वारा बाघ को पकड़ने के लिए ड्रोन कैमरा का भी प्रयोग किया जा रहा है। वहीं, बड़े से लोहे के पिंजरे में चारा डालकर बाघ को पकड़ने की मुकम्मल कोशिश हो रही है। हालांकि कई दिनों से वन विभाग की टीम इसे पकड़ने की जद्दोजहद कर रही है लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। 11 दिनों में चौथे अटैक से एक बार फिर पूरे इलाके में दहशत फैल गया है। पास के चकमहिला, मधुबन, परोरी और खड़का के स्थानीय लोग अपने खेतों की ओर जाने से घबरा रहे हैं। वहीं वन विभाग भी ध्वनि विस्तारक यंत्र के जरिए लोगों को बाघ के संभावित क्षेत्र में नहीं आने की अपील कर रहा है।
आपको बता दें कि बीते 5 जनवरी को बाद में रीगा में दो महिलाओं पर जानलेवा हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इसके बाद खङका में 12 जनवरी को दो घोड़े को मार डाला। पुनः 14 जनवरी को चकमहिला से सटे खडका के खेतों में दो जंगली सूअर को अपना बनाया। वहीं, अब चौथे अटैक में फिर उसी इलाके में एक और जंगली सूअर को बाघ ने अपना शिकार बनाया है।