उफनती गंगा से बढ़ी परेशानी : फसलें हुई बर्बाद जनजीवन अस्तव्यस्त, देखिये रिपोर्ट
पटना : बिहार में इन दिनों गंगा में उफान से लोग परेशान है। गंगा के बढ़ते जलस्तर ने लोगो के जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। बात राजधानी पटना की करे तो गंगा नदी में उफान से कई इलाकों में पानी फैल गया है। गंगा पथ वे के इलाकों में भी गंगा नदी का पानी फैल गया है। जिससे निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गई है। बात हाजीपुर की करे तो जिले के महनार में गंगा नदी के जलस्तर में लगातार हो रहे बढ़ोतरी को देखते हुए निचली इलाके के वाशिंदे दहशत में आ गये हैं। गंगा नदी से सटे महनार नगर परिषद वार्ड संख्या 21 के सैकड़ो दलित परिवार का घर जलजमाव से घिर चुका है। लोग ऊँचे जगहों पर शरण लेना शुरू कर दिए हैं।
वही बेगूसराय जिले के 6 प्रखंडों में गंगा के बढ़ते जलस्तर से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। जिले के बछवारा, तेघरा, मटिहानी, बलिया, साहेबपुर कमाल प्रखंड , शाम्हो प्रखंड के दियारा क्षेत्रों में गंगा के जलस्तर बढ़ने से जहां फसलें डूब गई है वहीं अब घरों में भी पानी प्रवेश कर गया है। सिमरिया बिंद टोली के दर्जनों घरों में गंगा के बढ़ते जलस्तर से घरों में पानी प्रवेश कर गया है। हालाकि अभी तक जिला प्रशासन के द्वारा कोई राहत कार्य नहीं चलाया गया है,जिससे लोगों में आक्रोश है। स्थानीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के प्रतिनिधि प्रभाकर कुमार राय के पहल पर ग्रामीण कार्य विभाग पुल को बचाने में मरम्मति कार्य करा रह है ।
भागलपुर में भागलपुर गंगा का जलस्तर बढ़ने से सबौर प्रखंड के तटवर्ती इलाकों में जान माल की हो रही तबाही से बाढ़ से घिरे लोग किसी तरह कर रहे अपना गुजर-बसर, ग्रामीण मचान बनाकर अपना आशियाना तैयार कर रहे है,,,,एनएच के दोनों तरफ पानी जमा हो गया है,,,,सबसे खराब हालत सबौर प्रखंड के रजनदीपुर पंचायत के बगडेर की है। जहां गांव में 4 से 5 फीट पानी बाह रहा है. वहीं जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा है उसकी तैयारी की जा चुकी है परंतु कई क्षेत्रों में गंगा का पानी घुस आया है कई गांव के लोग गंगा के जलस्तर के बढ़ने के चलते परेशान हैं उन्हें प्रशासनिक सहायता जल्द से जल्द पहुंचाई जाएगी।
बिहार के लोग पहले सुखाड़ से परेशान थे किसानो की फसलें बर्बाद हो गई और अब बाढ़ जैसे हालत बची फसलों को भी बर्बाद करने पर लगे है गंगा के बढ़ते जलस्तर से एक ओर किसानों की परेशानी बढ़ी है वही निचले इलाकों में रहने वालों का जनजीवन भी अस्त व्यस्त हो गया है।
अमित सिंह की रिपोर्ट