तिरंगे को दी गई सलामी : 74 वें गणतंत्र दिवस समारोह में आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चम्पई सोरेन ने किया ध्वजारोहण
सरायकेला : आज भगवान बिरसा मुंडा स्टेडियम के प्राचीर से 74वें गणतंत्र दिवस समारोह में आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चम्पई सोरेन ने झंडोत्तोलन किया. इस अवसर पर मंत्री ने राज्य के लोगों को74वें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी. इससे पूर्व मंत्री चंपई सोरेन का डीसी एवं एसपी ने स्वागत किया. उसके बाद मंत्री ने परेड का निरीक्षण किया,फिर तिरंगे को सलामी दी.
इस मौके पर मंत्री चंपई सोरेन ने अपने संबोधन में गणतंत्र दिवस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आजादी के नायकों एवं गणतंत्र निर्माता के दूरगामी सोच की वजह से देश आज संवैधानिक अधिकारों के साथ खुली हवा में सांस ले रहा है. उन्होंने कहा कि लाल किले के प्राचीर से लेकर गांव-गांव तक गणतंत्र दिवस के मौके पर संविधान के हितों की रक्षा का संकल्प लिया जाता है.
उन्होंने कहा कि ब्रिटिश हुकूमत ने200साल तक देश पर राज किया. इस दौरान उन्होंने हमारे सामाजिक व्यवस्था पर भी हमला किया. मगर देशवासियों ने कठोर संघर्ष कर15अगस्त1947को आजादी हासिल कीऔर26जनवरी1950को संविधान को अंगीकृत कर सभी को नैतिक आजादी देने का काम किया गया. संविधान की वजह से देश के हर व्यक्ति को मौलिक अधिकार मिला है. उन्होंने राज्यवासियों से संविधान में दिए गए शक्तियों का पालन करते हुए देश निर्माण करने का संकल्प लेने की अपील की.
समारोह के अंत में राजकीय छऊ कला केंद्र,झारखंड शिक्षा परियोजना,समाज कल्याण शाखा,आपूर्ति विभाग,पेयजल स्वच्छता विभाग,समेकित जनजाति विकास अभिकरण,स्वास्थ्य विभाग,कृषि विभाग,वन प्रमंडल सरायकेला एवं जिला ग्रामीण विकास अभिकरण की ओर से रंग बिरंगी और मनमोहक झांकियों के जरिए झारखंड के गौरवशाली अतीत,वर्तमान और भविष्य की प्रस्तुति दी गई,जिसे समारोह स्थल पर मौजूद अतिथियों एवं दर्शकों की खूब सराहना मिली.
कृषि विभाग की झांकी में शामिल घुड़ सवारों ने विशेष सुर्खियां बटोरी.हालांकि समाज कल्याण विभाग की झांकी को पहला स्थान प्राप्त हुआ,दूसरे स्थान पर कृषि विभाग की झांकी रही. वहीं मंत्री ने जिले के सफाई कर्मियों एवं जिले के विकास कार्य में सहयोग करने वाले कर्मियों एवं अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा,विधायक प्रतिनिधि सरायकेला विधानसभा सनद आचार्य उर्फ टुलु,सहित सभी विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे.