Bihar : तीन दिवसीय सोहराय महोत्सव का समापन, आदिवासी परंपरा की दिखी झलक, कई कार्यक्रमों का हुआ आयोजन
PURNIA :पूर्णिया के धमदाहा में तीन दिवसीय सोहराय महोत्सव का आज समापन हो गया। इस समापन समारोह में मंत्री लेसी सिंह ने भी शिरकत किया। इस दौरान आदिवासी परंपरा की झलक देखने को मिली।
सबसे पहले गाय और बैल का पूजन किया गया। फिर महिलाओं और बच्चों द्वारा घड़ा फोड़ो प्रतियोगिता, बिस्किट दौड़ प्रतियोगिता के अलावा तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस दौरान आदिवासी संस्कृति के बड़े कलाकार बंगाल के रतिन किस्कू और झारखंड के स्टीफन टुडू ने अपनी प्रस्तुति से समा बांध दिया।
इस मौके पर आदिवासी नृत्य-गीत समेत कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम के बाबत बताते हुए मंत्री लेसी सिंह ने कहा कि सोहराय महोत्सव आदिवासियों का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है। झारखंड के बंटवारे के बाद बिहार में यह पहली बार राजकीय स्तर पर सोहराय महोत्सव मनाया जा रहा है, जिसमें तीन दिनों तक कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
उन्होंने कहा कि यह महोत्सव सांस्कृतिक और समरसता का प्रतीक है। वहीं, आदिवासी नेता रजनीश टुडू ने कहा कि बिहार में पहली बार सोहराय महोत्सव का इतना बड़ा आयोजन हुआ है। इसके लिए मंत्री लेसी सिंह ने बड़ी पहल की है। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव से इस इलाके के आदिवासियों में काफी जोश है। सोहराय महोत्सव के मौके पर बड़े भंडारा का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर हजारों लोग शामिल हुए।