LOKSABHA 2024 : चुनाव के दौरान नेपाल की सीमावर्ती इलाके में सुरक्षा के होंगे पुख्ता इंतजाम,नेपाल के अधिकारियों के साथ बैठक
PURNIA:-लोकसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग अलग अलग राज्यों में तैय़ायी का जायजा ले रही है.इस बीच बिहार दौरे पर आयी चुनाव आयोग की टीम से मिले निर्देश के बाद नेपाल से सटे सीमावर्ती इलाके में सुरक्षा इंतजाम को लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है.
इसको लेकर पूर्णियां के डीआईजी विभिन्न जिलों की पुलिस एवं अर्धसैनिक बलों के साथ बैठक कर तैयारी की समीक्षा कर रहे हैं.पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लोक सभा चुनाव से पहले- नेपाल के सीमावर्ती इलाकों में स्थित नो मेंस लेंड एरिया के सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाएगी। इस मामले को लेकर पूर्णिया रेंज के डीआईजी विकास कुमार के द्वारा रिव्यू मीटिंग किया गया है। अररिया जिले के डीएम और एसपी के द्वारा सीमा सुरक्षा बल के वरीय अधिकारियों के साथ इस मामले को लेकर बैठक भी की गई है।
भारत और नेपाल के अधिकारियों की बैठक
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों और नेपाल सेना के एपीएफ के अधिकारियों के साथ भी बैठक की गई है। नो मैंस लैंड एरिया के कुछ जगहों पर जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त अस्थाई चेक पोस्ट भी बनाए जाएंगे। लोकसभा चुनाव में किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना घटित नहीं हो इसको लेकर कई चरण में दोनों देश के पुलिस के बीच बैठक हो चुकी है। किशनगंज , अररिया , पूर्णिया और कटिहार जिले में डीआईजी के नेतृत्व में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर वर्चुअल मीटिंग भी हो चुकी है। एक दर्जन से अधिक बार इस तरह के मीटिंग अलग-अलग जिलों में और भी आने वाले समय में की जाएगी। सीमांचल के पूर्णिया और कटिहार जिले का कई थाना क्षेत्र दियारा इलाका से घिरा हुआ है। इसका फायदा भी अपराधियों के द्वारा उठाया जाता है। ऐसे इलाकों पर भी पुलिस की टीम पैनी निगाह अभी से ही रखने का काम शुरू कर दिया गया है।
कटिहार और पूर्णिया के दियारा पर विशेष नजर
कटिहार और पूर्णिया जिले के दियारा पर भी आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर स्थानीय प्रशासन के द्वारा विशेष निगाह रखी जाएगी। इस मामले को लेकर लगातार डीआईजी के नेतृत्व रिव्यू भी किया जा रहे हैं। हाल के दिनों में कटिहार जिले का दियारा काफी चर्चा में रहा था। इसी जिले के चर्चित मोहना ठाकुर गिरोह के सदस्यों ने कई लोगों की हत्या भी कर दी थी। वहीं पूर्णिया जिले के मोहनपुर ओपी , टिका पट्टी , रुपौली,अकबरपुर और मधेपुरा जिले के सीमावर्ती थाना इर नवगछिया जिले के द्वारा इस इलाकों पर भी विशेष निगाह रखी जा रही है।
तस्करों और अपराधियों के सुरक्षित ठिकाना नो मेंस लेंड
नो मैंस एंड लैंड का एरिया तस्कर और अपराधियों के लिए सुरक्षित ठिकाना होता है। बताया जाता है कि चुनाव को लेकर जब काफी सघन रूप से जांच पड़ताल सीमावर्ती इलाकों में की जाती है तो शाम ढलने के बाद तस्कर और अपराधी नो मेंस लैंड एरिया का भरपूर फायदा उठाते हैं। इंडो और नेपाल के बीच दोस्ताना संबंध रहने की वजह से नो मेंस लैंड एरिया का खुला क्षेत्र है । जिसका फायदा तस्कर और अपराधी उठाते हैं।
अंतर जिला की सीमा भी पुलिस के लिए चुनौती
जिले के कई ऐसे थाना क्षेत्र है जिनकी सीमा दूसरे जिले से सटता है। इसका फायदा भी अपराधियों के द्वारा भरपूर उठाया जाता है।पिछले कई दशक से पूर्णिया जिले के बी कोठी और रघुवंश नगर ओपी क्षेत्र का कुछ इलाका मधेपुरा जिला से सटता है। जिसका फायदा अपराधियों के द्वारा उठाया जाता है। चुनाव के समय भी ऐसे इलाकों में अपराध की घटना काफी बढ़ जाती है। इसके अलावा नवगछिया , भागलपुर, मधेपुरा , चौसा का इलाका भी जुड़ा रहने का फायदा अपराधियों के द्वारा उठाया जाता है। अक्सर मैदानी इलाकों में अपराध की घटना को अंजाम देकर अपराधी दियारा इलाका में शरण ले लेते हैं।
नो मेंस लेंड एरिया पर बनाए जाएंगे अस्थाई चेक पोस्ट
इंडो-नेपाल के सीमावर्ती इलाकों में स्थित नो मेंस लेंड एरिया पर आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर रिव्यू किए गए हैं। इस मामले में अररिया जिला के डीएम और एसपी ने सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों के साथ बैठक कर कई तरह के निर्णय लिए हैं।जरूरत पड़ने पर अस्थाई चेक पोस्ट भी बनाए जाएंगे। पूर्णिया , अररिया , कटिहार और किशनगंज जिले में आधे दर्जन से अधिक वर्चुअल मीटिंग संबंधित जिले के डीएम और एसपी के साथ की गई है।