सेवा से बर्खास्त : कश्मीर को अलग देश बतानेवाले अधिकारी के खिलाफ शिक्षा विभाग ने की बड़ी कार्रवाई..

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The education department dismissed the officer who described Kashmir as a separate country. The education department dismissed the officer who described Kashmir as a separate country.

Kishanganj:-कश्मीर को अलग राष्ट्र बताए जाने के मामले में शिक्षा विभाग ने अपने अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की है.बिहार शिक्षा परियोजना के संभाग प्रभारी प्रणव शंकर झा को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है ।

बतातें चले कि क्लास 7 के अंग्रेजी के प्रश्न पत्र में शिक्षा विभाग के द्वारा कश्मीर को अलग देश बताया गया था । जिसके बाद एबीवीपी ,भाजपा ,बजरंगदल के द्वारा जिले में उग्र आंदोलन करते हुए सरकार से कारवाई की मांग की गई थी ।मामले पर राजनीति गर्म होने के बाद विभागीय मंत्री के निर्देश पर डीएम श्रीकांत शास्त्री के द्वारा जांच के लिए उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था ।जांच कमेटी द्वारा मामले की गहनता से जांच की गई जिसमे संभाग प्रभारी प्रणव शंकर झा को दोषी पाया गया जिसके बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है ।

यह मामला अक्टूबर 22 का है. बिहार शिक्षा परियोजना द्वारा आयोजित कक्षा सात के अर्ध वार्षिक परीक्षा के दौरान अंग्रेजी के प्रश्न पत्र में यह सवाल पूछा गया था कि चीन के नागरिक को...., इंग्लैंड के......, नेपाल के.....भारत के........ और इसी के साथ कश्मीर के नागरिक को...... क्या कहते हैं? यानी कश्मीर को इंडिया और चाइऩा की तरह ही एक देश के रूप में प्रस्तुत किया गया था.बाद में यह सवाल सोसल मीडिया में वायरल हो गया था.जिसके बाद सरकार को आड़े हाथों लेते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, भाजपा नेताओं ने शिक्षा विभाग पर यह आरोप लगाया था की पीएफआई और राजद समर्थको में गठजोड़ की वजह से ऐसे सवाल छात्रों से पूछे जा रहें हैं.इनलोगों ने सवाल किया कि ..सरकार जवाब दे कि क्या वो कश्मीर को भारत का अंग नहीं मानती ।

मामला के तूल पकड़ने पर शिक्षा विभाग ने जांच का आदेश जिला प्रशासन को दिया था.इसके बाद डीएम 16 अक्टूबर 2022 को जांच टीम का गठन किया गया था । जांच टीम ने 20 अक्टूबर 2022 को रिपोर्ट सौंपते हुए वृहत दंड की अनुशंसा की थी ,जिसके बाद 3/11/2022 को साधन सेवी संभाग प्रभारी प्रणव शंकर झा से स्पष्टीकरण मांगा गया ।प्रणव शंकर झा द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण की समीक्षा के उपरांत इसे स्वीकारयोग्य नही माना गया ।वही अब विभागीय कारवाई करते हुए प्रणव शंकर झा की सेवा को समाप्त कर दिया गया है।


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