सुपौल में बेलगाम रफ्तार का क़हर : सड़क हादसे में शिक्षक और पुत्र की मौत, आक्रोशितों ने किया NH-106 जाम

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 Teacher and son died in road accident in Supaul  Teacher and son died in road accident in Supaul

SUPAUL : सुपौल जिले के पिपरा थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसे में शिक्षक राजीव कुमार और उनके पुत्र कृष्णा कुमार की मौत हो गई। यह हादसा NH-106 पर अमहा फ्लावर मिल के पास हुआ, जब उनकी मोटरसाइकिल की आमने-सामने से स्विफ्ट कार से टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए और दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए।

गंभीर रूप से घायल पिता-पुत्र ने तोड़ा दम

हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने घायलों को पिपरा सदर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उनकी नाजुक स्थिति को देखते हुए सुपौल रेफर कर दिया। सुपौल सदर अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने शिक्षक राजीव कुमार को मृत घोषित कर दिया, जबकि उनके पुत्र कृष्णा कुमार का इलाज जारी रहा। हालांकि, गुरुवार तड़के उन्होंने भी दम तोड़ दिया।

गुस्साए ग्रामीणों ने किया NH-106 जाम

शिक्षक की मौत के बाद परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो गए थे और छह घंटे तक NH-106 को जाम कर दिया था। गुरुवार सुबह जब बेटे कृष्णा कुमार की भी मौत की ख़बर आई तो गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने फिर से अमहा के पास शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। वे मृतक के परिवार को सरकारी नौकरी और उचित मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं।

प्रशासन की समझाने की कोशिशें जारी

पिपरा के सीओ और थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की लेकिन लोग अपनी मांगों पर अड़े रहे और जाम हटाने को तैयार नहीं हुए। पिपरा थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है।

मृतक शिक्षक थे मध्य विद्यालय मानगंज में कार्यरत

बताया जा रहा है कि शिक्षक राजीव कुमार मध्य विद्यालय मानगंज में कार्यरत थे और बुधवार को अपने पुत्र के साथ मोटरसाइकिल से विद्यालय जा रहे थे लेकिन घर से कुछ ही दूरी पर उनकी बाइक तेज रफ्तार स्विफ्ट कार से टकरा गई, जिससे यह हादसा हुआ।

सरकारी मुआवजे और नौकरी की मांग पर अड़े ग्रामीण

ग्रामीणों और परिजनों का कहना है कि जब तक सरकार उचित मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का आश्वासन नहीं देती, तब तक वे सड़क से नहीं हटेंगे। पुलिस प्रशासन लगातार लोगों को समझाने में जुटा है लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका है।