खेल खेल में पढाई : कला ज्योति द्वारा आयोजित समर कैंप में बच्चें सीख रहे हैं डांस और चित्रकारी ..
Desk:-केन्द्रीय विद्यालय में ग्रीष्म अवकाश हो गया है और दूसरे अन्य स्कूलों में यह अवकाश होने वाला है.इस बीच ग्रीष्म अवकाश के दौरान बच्चों के मनोरंजन और उनकी कला को निखारने के लिए गय़ा के संग्रहालय परिसार में कला ज्योति संस्था द्वारा एक माह के कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है.इस कार्यशाला का उद्घाटन स्थानीय सांसद विजय मांझी ने किया.
आयोजन से जुड़े रंगकर्मी शम्भू सुमन ने बताया कि 2000 से लगातार नाट्य प्रशिक्षण शिविर का आयोजन कला ज्योति संस्था संस्कारशाला का आयोजन कर रही है.अब तक 8000 से अधिक बच्चों को प्रशिक्षित किया गया है.इस कार्य के लिए उन्हें भी राष्ट्रीय स्तर पर 88, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
कार्यशाला के उद्घाटन के अवसर पर सांसद विजय मांझी एवं अन्य अतिथियों ने कहा कि बच्चों की किताबी ज्ञान के साथ-साथ संस्कार रूपी ज्ञान जरूरी है.सांसद ने कहा कि 16 संस्कार हमारे जीवन में थे ,और हैं भी । पर तीन चार संस्कार के अलावे बांकी संस्कार के बारे में हमें पता ही नहीं रहता। पश्चिमी सभ्यता का नकल फैशन के रूप में इलेक्ट्रॉनिक माध्यम के रूप, में खानपान के रूप में जीवन में बुरा प्रभाव पैदा कर रहा है । जो एक हमारी संस्कृति के लिए खतरा है । बच्चों के संस्कार का ज्ञान अपेक्षित है ,जो कला ज्योति पिछले 2000 से लगातार इस शहर में समर कैंप के रूप में दे रही है, जो एक प्रशंसा की बात है।
वही संग्रहालय से जुड़े विनय कुमार ने कहा कि बच्चों में छिपी प्रतिभा को निखारने का काम कार्यशाला का माध्यम से हो रहा है जहां खेल खेल में बच्चें बहुत कुछ सीख रहें हैं.इस तरह के कार्यशाला को बच्चों के लिे काफी जरूरी है.