सुमति कोई गुमनाम चेहरा नहीं : जुझारू प्रतिभावान महिला का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर देश करता है सलाम

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गुमला: खबर है गुमला जिले के भरनो प्रखंड की जहां लोंडरा गांव निवासी किसान फिरू उरांव की बेटी सुमति कुमारी अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी जो भारतीय महिला फुटबॉल टीम में शामिल हुईहै.सुमति ने अंडर17और19विश्वकप में जगह बनाकर महिलाओं के लिए प्रेरणा बनी है.

सुमति को बचपन से ही फुटबॉल खेलने की रुचि थी. गांव गंवई में लड़कों के साथ फुटबॉल खेलते हुए उसका चयन राज्य स्तर पर हुआ. उसने स्टेट लेवल के बाद ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन में भाग लेकर अगरतला,कोल्हापुर,ओड़िसा और पुणे में फुटबॉल मैच खेला है. उसका अंडर17और19महिला फुटबॉल विश्वकप के लिए चयन कर लिया गया है. अब वह भारतीय महिला फुटबॉल टीम का नेतृत्व कर रही हैं.

गुमला के अति पिछड़े क्षेत्र की गरीब किसान की इस बेटी ने कामयाबी हासिल की है . सुमति के परिजनों ने बताया कि एडवांस ट्रेनिंग के लिए वह गोवा गई हुई हैं. तमाम आर्थिक और पारिवारिक बाधाओं के बावजूद फुटबॉल प्रेमियों के बीच सुमति कोई गुमनाम चेहरा नहीं है. वर्ष 2019 में भारतीय फुटबॉल टीम में 3 गोल कर अपनी पहचान बनाने वाली गुमला की इस बेटी का चयन 2020 में भारतीय फुटबॉल टीम के अंडर-17 में भी हुआ था लेकिन कोरोना के कारण यह खेल नहीं हो सका. सुमति के पिता फिरू उरांव एक सीमांत किसान हैं और परिवार की आय का जरिया बहुत सीमित है. ऐसे में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने में कामयाब सुमति की इस उपलब्धि से उसके परिजन सहित पूरा क्षेत्र गर्व महसूस कर रहा है. सुमति की बेहतर खेल प्रतिभा को देखते हुए भारतीय फुटबॉल संघ ने सुमति का चयन सीनियर नेशनल एशियन कप के लिए किया है. ऐसे जुझारू प्रतिभावान महिला का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर देश सलाम करती है.