'सहयोगी दलों से JMM का परफॉर्मेंस बेहतर' : झामुमो महासचिव विनोद पांडेय के बयान से बवाल


रांची : झारखंड मुक्ति मोरचा (झामुमो) के महासचिव विनोद कुमार पांडेय के एक बयान से गंठबंधन दल की सरकार में ववाल मचा हुआ है. झामुमो के वरिष्ठ नेता ने लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम के बाबत कहा है कि पार्टी अपने सहयोगी दलों की तुलना में राज्य की 81 विधानसभा सीटों पर आगे है और मजबूत है. इसको लेकर पार्टी के कई नेता भी बयानबाजी कर रहे हैं. इसका सांकेतिक असर विधानसभा उप चुनाव पर पड़ेगा.
उन्होंने कहा है कि चुनाव में कांग्रेस ने सात सीटों पर झामुमो ने पांच सीटों पर और वामपंथी दल भाकपा माले की ओर से एक सीट पर कैंडिडेट दिया गया था. पर झामुमो ने चाईबासा, दुमका और राजमहल की सीटें जीतते हुए 2019 के एक सीट की जगह तीन सीटें जीती. इस जीत से पार्टी ने 20 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों में अपनी स्थिति मजबूत की. वहीं भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा. चाईबासा में पूर्व मंत्री और विधायक रहीं जोबा मांझी ने कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुई गीता कोड़ा को करारी शिकस्त दी. वहीं चुनाव में भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व केंदीय मंत्री अर्जुन मुंडा को खूंटी में हार का सामना करना पड़ा. वहीं खूंटी से अर्जुन मुंडा को पराजित करनेवाले कालीचण मुंडा कांग्रेस के प्रत्याशी थे. दूसरी तरफ लोहरदगा से भाजपा के समीर उरांव को कांग्रेस के सुखदेव भगत ने हराया. कुल मिला कर देखा जाये, तो अनुसूचित जनजाति बाहुल्य इलाके मे भाजपा का प्रदर्शन काफी खराब भी रहा.
रांची से दीपक कुमार की रिपोर्ट