सरयू राय ने PTR प्रबंधन पर लगाया गंभीर आरोप : कहा, एकमात्र टाइगर रिजर्व की दुर्दशा कोई और नहीं बल्कि अधिकारियों ने करके रखा
पलामू : झारखंड के वरिष्ठ नेता व विधायक सरयू राय ने पलामू टाइगर रिजर्व के प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाया है. पलामू के डालटनगंज स्थित परिसदन में मीडिया से बात करते हुए सरयू राय ने कहा कि 4 जून 1974 को स्थापित PTR अपने स्थापना काल 50वें साल में प्रवेश कर चुका है, लेकिन राज्य सरकार की ओर से कोई तैयारी नहीं दिख रहा है.
सरयू राय ने कहा कि झारखंड के एक मात्र टाइगर रिजर्व की दुर्दशा कोई और नहीं बल्कि वन विभाग के अधिकारियों ने करके रखा है. शुरुआत में यहां 22 बाघ थे लेकिन बाघों के अनुरूप व्यवस्था नहीं रहने पर पीटीआर में बाघ भी पर्यटक की तरह आते जाते हैं, अधिकारी सिर्फ पैसों को खर्च करने में लगे हुए हैं, वन संरक्षण या वन जीव संरक्षण को लेकर कोई भी अधिकारी कार्य नहीं कर रहा है.
पूर्व मंत्री सरयू राय ने कशिश न्यूज से बात करते हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के सुरक्षाबलों पर गंभीर आरोप लगाया है. सरयू राय ने बताया कि विश्वस्त सूत्रों ने बताया है कि पलामू टाइगर रिजर्व में नक्सल विरोधी अभियान में सीआरपीएफ के अधिकारी एवं जवान कैंप के आस पास के जंगलों से लकड़ियों को कटाई करवा रहे हैं. इससे वनों को काफी नुकसान पहुंच रहा है, राज्य सरकार को इस विषय में गंभीरता से जांच करवाना चाहिए और संबंधित लोगों को दंडित करना चाहिए.