रोसड़ा में सफाईकर्मी के परिजनों से मिले पप्पू यादव : रामसेवक की इलाज के दौरान हुई थी मौत, अब तक नहीं मिली सरकारी सहायता
रोसड़ा : जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव रोसड़ा नगर परिषद के सफाईकर्मी रामसेवक राम के पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर पंहुचे हैं। पीड़ित परिवार से मिलकर सफाई कर्मी की मौत की जानकारी ली। परिजनों ने पप्पू यादव को बताया कि रामसेवक राम रोसरा नगर परिषद में कई वर्षों से रह कर सफाई कर्मी का काम करते थे।
अपने मजदूरी को लेकर नगर परिषद के पदाधिकारियों से मिलने गए थे मजदूरी नही देने की बातों को लेकर अधिकारीयों के साथ कहासुनी हुई जिसके बाद पदाधिकारी द्वारा गलत आरोप लगाकर उनके पिता के विरुद्ध रोसड़ा थाने में एफआईआर कराकर बुरी तरह पिटवाया गया। पुलिस की पिटाई के बाद सफाई कर्मी को अस्पताल ले जाया गया जहाँ इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गयी।
कर्मी की मौत के बाद भी अब कई दिन बीत जाने के बाद भी सरकार के ओर से कोई सहायता राशि परिजनों को उपलब्ध नहीं करवाई गयी है। पीड़ित परिवार के द्वारा सभी बातों से अवगत कराने के बाद जाप अध्यक्ष पप्पू यादव ने सफाई कर्मी रामसेवक राम के परिजनों को सांत्वना देते हुए परिजनों को हर संभव मदद करने और दोषियों को सजा दिलाने में मदद करने का भरोसा दिलाया है। पप्पू यादव ने तत्काल अपने निजी कोष से सफाईकर्मी के परिजन को 10 हजार की राशि प्रदान किया ।
परिवार से मिलने के बाद पप्पू यादव ने पत्रकारों को बताया कि बिहार में अफसरशाही के कारण माफियाओं का राज चल रहा है । शराब माफिया , बालू माफिया और भू-माफियाओं के बल पर सरकार चल रही है। सरकार अगर चाह ले तो कौन सा ऐसा चीज है, जिस ओर अंकुश नहीं लग सकता है । लेकिन बिहार में अंकुश लगाने के लिए सरकार द्वारा जो कानून बनाये जाते हैं , वो या तो लचीले हैं या फिर उन कानूनों का पालन कागज तक ही हो पाता है। पूरे प्रदेश में अफसर निर्भीक हो चुके हैं । उन्हें पता है की अगर कभी पकड़े भी जाएंगे तो मोटी रकम देकर बच निकलेंगे ।
हालांकि इसमें सरकार की ही गलती नहीं है बल्कि हमारे विपक्षियों में भी काफी खमिया है । जिसके कारण ही सरकार का मनोबल बढ़ा हुआ है । विपक्ष को जिस रूप में एकजुट होना चाहिए, वह अभी तक नहीं हो पाया है और जब तक विपक्ष में यह स्थिति बनी रहेगी सरकार को बदल पाना कठिन होगा । इसी अफसरशाही का नतीजा है कि रोसरा नगर परिषद के सफाई कर्मी की मौत के बाद भी अब तक पीड़ित परिवार को किसी भी तरह का सरकारी सहायता नहीं मिल पाया है। गलत लोगों के बदले सही लोगों को दोषी बनाया गया है जिसमें पत्रकारों को भी निशाना बनाया गया है।
इस बात को लेकर मानवाधिकार के साथ-साथ सभी वरिय पदाधिकारियों को अवगत करा कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की बात कहा है। बता दें कि रोसरा नगर परिषद के सफाई कर्मी रामसेवक राम का इलाज के दौरान मौत हो गई थी, जहां परिजनों ने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया था। सफाई कर्मी राम सेवक राम को बीमार हालत में ठेला पर लेकर रोसरा थाना पहुंचकर बेहतर इलाज के साथ दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग किया था । उसी दौरान थाना परिसर में उपस्थित भीड़ में मौजूद उपद्रवियों द्वारा बवाल व तोर फोर की घटना को अंजाम दिया गया था।
जिसके बाद रोसड़ा पुलिस के द्वारा 75 नामजद और 400 अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया था। रोसड़ा पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज में न्यूज़ कवरेज कर रहे तीन स्थानीय पत्रकारों को भी एफआईआर में दोषी बताया है। रोसड़ा भाजपा विधायक बीरेंद्र कुमार, समस्तीपुर सांसद प्रिंस राज, विभूतिपुर के विधायक सहित कई मजदूर संघ के बरीय नेता एवं जाप अध्यक्ष पप्पू यादब सफाई कर्मी स्वर्गीय राम सेवक राम के पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे हैं। इसी कड़ी में जाप अध्यक्ष पप्पू यादव भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे जहां पीड़ित परिवार को सहायता करने का भरोसा दिलाया है।