राकेश टिकैत का बिहार सरकार को अल्टीमेटम : बोले-उचित मुआवजा नहीं मिलने पर होगा आंदोलन, सुधाकर भी गरजे
कैमूर : बिहार के कैमूर जिले के चांद प्रखंड पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत और सुधाकर सिंह ने जमकर सरकार पर हमला बोला है। भारतमाला एक्सप्रेस वे के तहत किसानों के जा रहे जमीन के उचित मुआवजा को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे।
एक्सप्रेस वे निर्माण में कैमूर जिले के 5 प्रखंडों के 50 गांव के किसान प्रभावित हुए हैं।
सुधाकर सिंह ने कहा किसान नेता राकेश टिकैत ने देश के प्रधानमंत्री को किसानों के मुद्दे को लेकर घुटने पर लाने का काम किया था। हम लोगों ने पहली बार मोदी को किसानों की मांग को लेकर झुकते हुए देखा। बिहार की 17 सालों से बेईमानों की सरकार है। कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जो किसी भी ऑफिस में बिना घूस दिए काम कराया हो। पहले कैमूर आना अधिकारियों के लिए काला पानी की सजा की तरह था। लेकिन अब जो भ्रष्ट अधिकारी होते हैं वह 80 लाख से एक करोड़ घुस देकर कैमूर आना चाहते हैं। हमारे कुछ भी बोलने से अगर आप नाराज हो रहे हैं तो आप ही वह शब्द बताइए जिसे मैं विधानसभा में बोलूं तो आप नाराज नहीं होंगे। चौथे कृषि रोड मैप में किसान अंग्रेजी में अपनी बात करने लगा तो उस पर भी मुख्यमंत्री भड़क गए की हमने सारे स्कूल कॉलेज तो बर्बाद कर दिया फिर यह इतना पढ़ लिख कैसे गया।
किसान नेता राकेश टिकैत ने किसानों के हक में आवाज बुलंद करते हुए बताया कि सरकार किसानों के हक मारने की नीति पर काम कर रही है। वह सभी किसानों को मजदूर बनाना चाहती है। इसलिए किसानों की जमीन को औने पौने दाम पर खरीदना चाहती है। लेकिन हम किसानों को अपनी जमीनों को नहीं बेचना है फसलों को बेचकर ही हम लोग अपना काम चलाएंगे और इस सरकार के खिलाफ आंदोलन हम लोगों का तेज होगा। सरकार अगर सजग नहीं हुई तो बिहार में भी ट्रैक्टर आंदोलन किया जाएगा।