प्रदूषित पेयजल से बढ़ी परेशानी : दशकों से फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर गढ़वावासी, सरकारी प्रयास से जगी उम्मीद


गढ़वा : झारखण्ड को प्रकृति ने कई खूबसूरत नेमते दी है और लोग इसका खूब फायदा भी उठाते है लेकिन झारखण्ड के कुछ इलाके में प्राकृतिक स्रोतों के प्रदूषित होने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है,,,,,ऐसा ही एक जिला है गढ़वा यहां के श्रीबंशीधर नगर का हुलहुला खुर्द पंचायत के लोग दशकों से फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर है,,,,
हालात यह है कि दूषित पानी पीने से कोई असमय बूढ़ा हो रहा है तो किसी के दांत पीले हो रहे हैं,कइयों के टूट भी गए है तो कोई हाथ और पैर से लाचार है,,,करीब 100 घरों की यह बस्ती कई दशकों से इस अभिशाप को झेल रहा है,,,हालांकि इन इलाकों में पानी की जांच के लिए कई बार टीम आई लेकिन नतीजा सिफर ही रहा,,,,वैसे सरकारी स्तर पर अब यहां नल जल योजना की व्यवस्था हुई है लेकिन धरताल पर पूरी तरह इसका असर नहीं दिख रहा है.
हुलहुल खुर्द पंचायत के लोगों की उम्मीद इस नल जल योजना से जगी है की शायद अब उन्हें फ्लोराइड युक्त पानी पीने से निजात मिल जाए,,,दरअसल गढ़वा जिले के तीन प्रखण्डों में फ्लोराइड की यह समस्या है,,,,जिसमें सदर प्रखंड के प्रतापपुर का मौनाहा टोला,रंका का दुधवल पंचायत,और श्री बंशीधर का हुलहुला खुर्द पंचायत,,,वहीं इस मामले में पीएचडी विभाग के इंजीनियर का कहना है कि पाइप लाइन बिछ रही है और जल्द से सभी घरों तक पानी का कनेक्शन चला जाएगा।
आज़ादी के इतने दशक बाद भी गढ़वा के लोगों की पेयजल की समस्या का समाधान नहीं होना कई सारे सवाल खड़े कर रहा है लेकिन देर से ही सही सरकारी स्तर पर शुरू किये गए प्रयास से गढ़वा के लोगों की आस जगी है,,,ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए की जल्द से जल्द इस समस्या से इन ग्रामीणों को निजात मिले।
अमित सिंह की रिपोर्ट