पिकनिक पर गये स्कूली बच्चे की मौत से छाया मातम : ग्रामीणों ने शिक्षकों को बंधक बना किया हंगामा, 8 शिक्षक हिरासत में
लोहरदगा : बड़ी खबर लोहरदगा से जहां कुडू प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय उडुमुड़ू के शिक्षकों की लापरवाही के कारण कक्षा 2 के छात्र की कोयल नदी में डूबने से मौत हो गई. घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने शिक्षकों को बंधक बनाते हुए जमकर हंगामा किया.
मौके पर पहुंचे बीईईओ एवं पुलिस के जवानों ने सभी शिक्षकों को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाते हुए अपनी सुरक्षा में ले लिया है. बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए लोहरदगा सदर अस्पताल भेज दिया गया है. पुलिस ने विद्यालय के 8 शिक्षकों को अपने हिरासत में लिया है. बताया जाता है कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय उडुमूड़ू में शनिवार से गर्मी छुटी होने वाली थी. शुक्रवार को विद्यालय के शिक्षकों ने बगैर किसी सरकारी आदेश तथा बीईईओ को सूचना दिए बगैर प्रार्थना के बाद लगभग तीन सौ पचास बच्चों को सैर सपाटे व पिकनिक के लिए विद्यालय से चार किलोमीटर दूर बाड़ी दह कोयल नदी लेकर पहुंचे. ग्रामीणों का आरोप है कि बच्चों को कोयल नदी में नहाने तथा सैर सपाटे के लिए छोड़कर सभी सात शिक्षक मोबाइल में व्यस्त हो गए. लगभग 11 बजे वापस विद्यालय लौटने से पूर्व जब बच्चों की गिनतीं शुरू हुई तो एक बच्चा गायब मिला. शिक्षकों ने खोजबीन किया तो बच्चा कोयल नदी में डूबा हुआ मिला. इसकी सूचना ग्रामीणों को मिली. ग्रामीण कोयल नदी पहुंचे तथा बच्चे की गम्भीर हालत देखते हुए इलाज के लेकर कुड़ू सीएचसी लेकर पहुंचे जहां चिकित्सकों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. इसके बावजूद दो निजी क्लीनिक ले जाया गया जहां जांच के बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया.
बच्चे की मौत के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और स्कूल के सभी शिक्षकों को बंधक बनाते हुए जमकर हंगामा करने लगे. सूचना के बाद बीईईओ जयमंगल लोहार कुड़ू थाना के अनि जोसफीना हेम्ब्रम,राजकुमार बैठा तथा पुलिस जवान मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों के चंगुल में फंसे शिक्षकों को मुक्त कराते हुए अपनी सुरक्षा में ले लिया. ग्रामीण सभी शिक्षकों को सस्पेंड तथा बच्चे की हत्या कर मामला दर्ज कराने की मांग पर अड़ गए. पुलिस के समझाने के बाद ग्रामीण मानें तथा बच्चे के शव को पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने सभी शिक्षकों को हिरासत में लिया है. शिक्षकों पर हत्या का मामला दर्ज करने को लेकर लिखित आवेदन दिया गया है.
बीईईओ जयमंगल लोहार ने बताया कि पिकनिक मनाने के लिए किसी प्रकार का सरकारी आदेश नहीं दिया गया था. सभी शिक्षकों को सस्पेंड करने तथा विभागीय कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को अनुशंसा करेंगे. बच्चे की मौत के बाद गांव में मातम छाया हुआ है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.