PHED की कार्यशैली पर भड़के रोहतास DM : नल-जल योजना में मिली गड़बड़ी, कार्यपालक अभियंता की लगाई क्लास
रोहतास : खबर है रोहतास से जहां DM ने अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई है। दरअसल इलाके में नल-जल योजना, पीएम आवास, राशन समेत अन्य योजनाओं का जायजा लेने के दौरान DM धर्मेंद्र कुमार अधिकारियों की कार्यशैली देख कर भड़क गए।
मामला रोहतास के नौहट्टा प्रखंड के कैमूर पहाड़ी इलाके का है जहां DM धर्मेंद्र कुमार पिपरडीह पंचायत के नक्सलग्रस्त रहे विभिन्न वार्डों का दौरा कर वहां क्रियान्वयित नल-जल समेत अन्य योजनाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान स्थानीय लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुन जल्द समाधान का आश्वासन दिया।
निरिक्षण के दौरान ही इलाके के अधिकांश वार्डों में नल-जल योजना में अनियमितता मिली। निरिक्षण के दौरान ही उन्होंने पाया कि कई घरों में कनेक्शन के बावजूद अभी तक जलापूर्ति आरंभ नहीं हो सकी है। DM ने इसे गंभीर गड़बड़ी मानते हुए पीएचईडी के जेई ईश्वरी प्रसाद के वेतन निकासी पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। साथ ही शो-कॉज करते हुए पूछा कि क्यों नहीं सरकारी राशि के दुरूपयोग के मामले में आपसे वसूली की जाए। सही तरीके से जांच नहीं किए जाने पर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता को भी शोकॉज करते हुए वेतन निकासी पर रोक लगा दी गई है। साथ ही योजना पर खर्च किये गए राशि का पूरा ब्योरा दो दिन के अंदर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
इसके अलावा उप स्वास्थ्य केंद्र सोली के बंद रहने की शिकायत पर एएनएम रीता कुमारी व उर्मिला कुमारी से भी स्पष्टीकरण पूछते हुए सिविल सर्जन को औचक निरीक्षण करने के लिए निर्देशित किया गया। निरीक्षण के बाद डीएम ने अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय सोली में बैठक कर योजनाओं की विस्तार से समीक्षा कर अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर कार्य को पूरा कराने का टास्क सौंपा, ताकि लोगों को सही तरीके से लाभ मिल सके।
इस दौरान मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने पहाड़ी पर खुले अधिकांश विद्यालयों के अक्सर बंद रहने की शिकायत की। जिस पर DM ने डीईओ को नियमित रूप से स्कूलों का निरीक्षण सुनिश्चित करने का आदेश दिया। निरीक्षण के दौरान विशेष कार्य पदाधिकारी सौरभ आलोक, डेहरी एसडीएम सौरभ समीर, डीसीएलआर श्वेता मिश्रा समेत अन्य अधिकारी शामिल थे।