PDS डीलर की बड़ी लापरवाही : वगैर जांच के 80 लोगों के राशन कार्ड से नाम हटने पर ग्रामीणों ने जीवित होने का दिया प्रमाण, डीसी ने जांच कर कार्रवाई की कही बात

Edited By:  |
Reported By:
pds deelar ki badi laaperwahi pds deelar ki badi laaperwahi

गढ़वा : बड़ी खबर गढ़वा से जहां कांडी प्रखंड के जयनगरा गांव में एक दो नहीं बल्कि सीधे 80 लोगों का सरकारी दस्तावेज में मृत घोषित कर राशन कार्ड से नाम भी काट दिया गया है. यह सब हुआ है आपूर्ति विभाग में जहां पीडीएस दुकानदार ने आपूर्ति विभाग के कर्मियों के साथ मिलकर गांव के 80 लोगों को मृत बता कर उसका राशन कार्ड ही बंद करवा दिया और तो और कोरोना काल में भी कुछ लोगों को मृत बता दिया गया. कुछ लोगों को पीडीएस दुकानदार 6 वर्षों से तो कुछ लोगों को 2 वर्षों से राशन के लिए दौड़ा रहा है.

जब गांव के लोगों ने इसका कारण जानने का प्रयास किया तो वह प्रज्ञा केंद्र गए और यह देख कर हतप्रभ रह गए कि उसे तो मृत बता कर राशन कार्ड से नाम ही काट दिया गया है. इसको लेकर हमारी कशिश न्यूज की टीम ने ग्राउंड जीरो पर जाकर पांच ऐसे केस का स्टडी किया कि हकीकत आखिर क्या है.

सबसे पहले कशिश न्यूज की टीम श्रद्धा देवी के यहां गए तो इनके पांच सदस्यों का नाम राशन कार्ड से मृत बताकर काट दिया गया है. जय प्रकाश नारायण के यहां चार सदस्यों के नाम को इसी तरह मृत बता कर काटा गया है. राम परेश मेहता के छह सदस्यों के नाम को मृत बताया गया है. सरकारी दस्तावेजों में मुक्तेवशर और साधु चरण का भी यही हाल है. ऐसे कुल 80 परिवार में लोग हैं जो आज जीवित होने का प्रमाण दे रहे हैं. श्रद्धा देवी ने बताई कि राशन डीलर के पास राशन लेने गए तो बताया कि नाम कट गया है. कैसे कटा तो कोरोना काल में उनके परिवार को मृत बताया गया.

जय प्रकाश नारायण मेहता ने बताया कि राशन छह वर्षों से नहीं मिल रहा है. हमलोगों को मृत बता कर राशन बंद किया गया है जबकि हमलोग जीवित हैं.

राम परेश ने बताया कि डीलर साहब हमारे परिवार में छह लोगों को मृत घोषित कर दिया है और हमलोग जिंदा हैं. मुक्तेश्वर नाथ मेहता ने कहा कि राशन कार्ड में हमलोगों को मृत घोषित कर दिया है. हमलोग 86 लोग हैं. बीडीओ साहब आये और दो मिनट रुके इसके बाद चले गए. साधु चरण महतो ने कहा कि बस हम आपके सामने जिंदा हैं. यही काफी है. इनलोगों ने सरकारी कागज में मृत घोषित कर ही दिया है.

आरोपी डीलर जय गोविंद सिंह ने कहा कि आरोप निराधार है. वहीं स्थानीय बीजेपी विधायक रामचन्द्र चंद्रवंशी ने कहा कि डीलर की बदमासी है. पहले भी तीन से चार बार सस्पेंड हो चुका है. पता नहीं कैसे अधिकारी फिर इसको बहाल कर दिया है.

डीसी रमेश घोलप ने बताया कि आपूर्ति विभाग के द्वारा समय समय पर फिजिकल वेरिफिकेशन होता है जो लोग मृत होते हैं उसका नाम काट दिया जाता है लेकिन जनता दरबार में यह मामला आया है लिखित में आवेदन दिया है कि गलत तरीके से हमलोगों को मृत बताकर नाम काट दिया गया है. इसकी हम जांच करवा रहे हैं जो भी उचित होगा कार्रवाई की जाएगी.


Copy