25 फरवरी को महागठबंधन और BJP की रैली : केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के स्वागत में पटना से लेकर वाल्मीकि नगर में लगे बैनर पोस्टर..


patna:-लोकसभा चुनाव 2014 की तैयारी की लेकर 25 फरवरी का दिन बिहार के लिए काफी अहम है...इसको लेकर बीजेपी और महागठबंधन की तरफ से बड़ा आयोजन किया जा रहा है.महागठबंधन की पूर्णियां में महारैली हो रही है..
इस महारैली में नीतीश और तेजस्वी की जेडीयू एवं आरजेडी के साथ ही कांग्रेस, वामपंथी और जीतनराम मांझी की हम पार्टी शआमिल हो रही है..पर महारैली से पहले तेजस्वी यादव के सीएम बनने और बनाने के मुद्दे पर आरजेडी और जेडीयू नेताओं के बीच बयानबाजी चल रही है.. वहीं दूसरी ओर बीजेपी बिहार में नित नयी चाल चल रही है.25 फरवरी को ही केन्द्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह बिहार के दौरे पर आ रहें हैं.
अमित शाह अपने दौरे में चंपारण के वाल्मीकि नगर लोकसभा क्षेत्र में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेगें.इस सीट पर अभी बीजेपी का कब्जा है.उनके साथ कई केन्द्रीय मंत्री और बिहार बीजेपी के बड़े नेता भी रैली में शामिल होगें.इसके साथ ही अमित शाह पटना में आयोजित स्वामी सहजानंद सरस्वती जयंती समारोह सह किसान मजदूर समागम मे शामिल होंगे.अमित शाह इस समागम के बहाने किसान और मजदूरों को साधने की कोशिश करेंगें.इस समागम का संयोजक राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर को बनाया गया है.
अमित शाह के आगमन को लेकर पटना की सडकें बैनर और पोस्टर से पटी हुई है.वहीं वाल्मीकि नगर में भी विशेष तैयारी की जा रही है.आयोजन की सफलता को लेकर बीजेपी के कई बड़े नेता इस इलाके का दौरा कर चुकें हैं.
बतातें चलें कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज से ही तीन राज्यों के दौरे पर दिल्ली से निकल रहें हैं.आज वे कर्नाटक पहुंचेगें और बेंगलुरु में एक संवाद सत्र को संबोधित करेंगे.वे एमपी के सतना में एक आदिवासी सभा में भाग लेंगे और फिर बिहार के वाल्मीकि नगर एवं पटना में आयोजित समारोह मे शामिल होगें.
नीतीश कुमार के एनडीए से अलग होकर महागठबंधन के साथ सरकार बनाए जाने के बाद से ही बीजेपी का केन्द्रीय नेतृत्व बिहार को फोकस कर रहा है.इस कड़ी में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार को दौरा कर चुकें हैं.सीमांचल के पूर्णियां में बीजेपी की रैली हो चुकी है और अब उसी पूर्णियां में महागठबंधन रैली करने जा रही है.इधर अमित शाह के आने से पहले ही उपेन्द्र कुशवाहा जेडीयू छोड़कर नई पार्टी के जरिए बीजेपी खेमे में आ चुकें हैं.वीआईपी के मुकेश सहनी को Y कैटेगरी की सुरक्षा देकर बीजेपी अपने खेमे में लाने के लिए चाल चल दी है.बीजेपी को कोशिश चाचा-भतीजा पशपति पारस और चिराग पसवान के झगड़े को खत्म कर एक मंच पर लाकर उनके वोट बैंक के इस्तेमाल करने की है.वे पूर्व सीएम जीतनराम मांझी को भी अपने पाले में लाने की कोशिश कर सकतें हैं ताकि नीतीश कुमार की कमी को वे दूसरे छोटे छोटे नेताओं के वोट बैंक से पाट सके और 2014 एवं 2019 के लोकसभा चुनाव के प्रदर्शन का दुहरा सके