पटना DM का आदेश ताक पर ! : गंगा नदी में हो रहा दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन
PATNA : विजयादशमी के मौके पर राजधानी पटना में दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला लगातार जारी है। एऩजीटी के निर्देशों के मुताबिक इस बार गंगा नदी में प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं करना है। इसके लिए पटना के लगभग आधा दर्जन घाटों पर कृत्रिम तालाब बनाए गये हैं। लेकिन प्रशासन के आदेश की धज्जियां भी उड़ रही है। कई पूजा समिति के लोग गंगा नदी में ही प्रतिमा का विसर्जन करते नजर आए।
राजधानी पटना और पटना सिटी क्षेत्र की अधिकांश मूर्तियों का विसर्जन ऐतिहासिक भद्र घाट पर किया जाता है लेकिन इसबार पटना जिलाधिकारी के निर्देश पर गंगा घाट पर बने कृत्रिम तालाब में ही किया जाना है । इसके लिए दीघा घाट, जनार्दन घाट, लॉकॉलेज घाट, भद्रघाट और खाजेकलां घाट पर कृत्रिम तालाब का निर्माण किया गया है।
वही मूर्ति विसर्जन में किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए अनुमंडल प्रशासन और पुलिस प्रशासन के देख रेख में मूर्तियो का विसर्जन किया जा रहा है, लेकिन मूर्ति विसर्जन के लिए पूजा समिति के सदस्यों ने जिलाधिकारी के निर्देश को ताख पर रख दिया है।
जिला प्रशासन के आदेश की अवहेलना पटना सिटी के भद्रघाट पर देखने को मिली जहां कृत्रिम तालाब को छोड़ लोग गंगा में प्रतिमा को विसर्जित करते नजर आए। उन्हें रोक टोक करने वाला कोई नही पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बनी हुई है। ऐसे में पुलिस प्रशासन की लापरवाही में कोई अप्रिय घटना हो सकती है। गंगा तट पर मौजूद पुलिस का कहना है कि आदेश का उलंघन किया जा रहा है पर पुलिस उन्हें रोकने में मजबूर है लोग भद्रघाट के गंगा नदी में प्रवाहित करने की जिद पर अड़े हैं।