बुजुर्ग ने पंचायत चुनाव में ठोका ताल : Aurangabad के देव प्रखंड के बेलसारा निवासी 81 बर्षीय अनिरुद्ध सिंह ने किया नामांकन

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Panchyat chunav me 81 saal ke bujurg ne thoka taal Panchyat chunav me 81 saal ke bujurg ne thoka taal

औरंगाबाद में 81 बर्षीय वृद्ध ने पंचायत चुनाव में नामांकन दाखिल कर इतिहास बनाया है।यहां के देव प्रखंड के बेलसारा गांव के 81 वर्षीय वृद्ध अनिरुद्ध सिंह ने अपने पंचायत के वार्ड संख्या 6 से वार्ड सदस्य प्रत्याशी के पद के लिए नामांकन कर पंचायत ही नही लोकतंत्र के चुनावी इतिहास में अपना नाम सबसे अधिक उम्र के प्रत्याशी के रूप में दर्ज करा लिया।उन्होंने वार्ड सदस्य के रूप में न सिर्फ नामजदगी का पर्चा भरा बल्कि जीत कर अपने क्षेत्र का विकास करने का दावा भी किया.

इससे पहले यह रिकॉर्ड गोपालगंज जिले के भोरे विधानसभा क्षेत्र के विजयीपुर प्रखंड के पंगरा पंचायत के सहडीहरी गांव की 80 वर्षीय पानमती देवी के नाम था।जिन्होंने इसी साल 11 सितंबर को वार्ड सदस्य के ही रूप में नामांकन कर बिहार में सुर्खियां बटोरी थी।पानमती देवी के पति वर्ष 1962 से 1967 तक प्रजा सोशलिस्ट पार्टी से विधानसभा का प्रतिनिधित्व किया था।

लेकिन अनिरुद्ध का कोई राजनीतिक इतिहास नही है इसके बावजूद उन्होंने अपना नामांकन कर बिहार के पंचायत की राजनीति में ग्राम स्वराज के अवधारणा को धरातल पर उतारने एवं महात्मा गांधी के सपने को साकार करने में मिल का पत्थर साबित होंगे।

अपने परिवार के सदस्यों के साथ देव प्रखंड कार्यालय पहुंचे अनिरुद्ध सिंह को देखकर लोग अचंभित हो गए और उनके चुनाव लड़ने के जज्बे को सलाम किया।

चुनाव लड़ने जा रहे अनिरुद्ध सिंह अपने पंचायत में हुए विकास कार्यों से नाराज हैं।उन्होंने बताया कि देश की आजादी में कितनों ने अपने प्राणों का न्योछावर किया कि आजादी के बाद क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले लोग विकास के कार्यों से अपने राज्य जिले और पंचायत को विकसित करेंगे,परंतु ऐसा नही हुआ।जितने भी आए सबने लूट को बढ़ावा दिया और अपना वादा पूरा नहीं किया।जनप्रतिनिधियों ने जनता के विश्वास का कत्ल किया।उन्होंने अपने गांव में कोई भी कार्य नही होने का दर्द साझा किया और चुनाव मैदान में उतरकर जीतने के बाद कार्य कर अपने गांव को आदर्श गांव बनाने का संकल्प लिया।

अनिरुद्ध सिंह भले ही शारीरिक रूप से कमजोर है लेकिन उनकी इच्छाशक्ति पहाड़ से भी मजबूत है।यही कारण है कि उन्होंने अपने वार्ड के अन्य प्रत्याशियों को टक्कर देने की ठानी है।अब देखना है कि उन्हें अपनी जनता का समर्थन इस चुनाव में कितना मिल पाता है।