ऑनलाइन गेमिंग धोखाधड़ी रैकेट का भंडाफोड़ : रांची पुलिस ने गिरोह के 14 साइबर अपराधियों को दबोचा
रांची : बड़ी खबर राजधानी रांची से है जहां पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग धोखाधड़ी रैकेट का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस गिरोह के 14 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. यह गिरोह ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिए अवैध जुआ का कारोबार चला रहे थे.
बताया जा रहा है कि रांची के बरियातू हाउसिंग कॉलोनी में किराए के मकान में बिहार के साइबर अपराधी सक्रिय थे. पिछले एक महीने से गेमिंग एप के जरिए साइबर ठगी का कारोबार चल रहा था. साइबर अपराधी साइबर घटनाओं को अंजाम देने के लिए लड़कों को 15 से 20 हजार रुपये में नौकरी में रखते थे. रांची के बरियातू थाना की पुलिस ने सदर डीएसपी के नेतृत्व में छापेमारी कर सभी 14 साइबर अपराधी को पकड़ा है.
रांची पुलिस के गिरफ्त में आए ठग बिहार के रहने वाले हैं. मास्टरमाइंड अभी फरार है. साइबर अपराधी लोगों से ATM को रेंट में लेकर साइबर की घटनाओं को अंजाम दिया करता था.
रांची पुलिस के गिरफ्त आए ये 14 साइबर अपराधी बिहार के रहने वाले हैं. पिछले एक महीने से रांची में बैठ कर ऑनलाइन गेमिंग और साइबर अपराध की घटनाओं को अंजाम दिया करता था. वहीं बिहार में बैठे मास्टरमाइंड अब भी पुलिस के गिरफ्त से दूर बताए जा रहे हैं. गिरफ्तार किए गए अपराधियों के पास से 5 लैपटॉप,17 मोबाइल और 90 विभिन्न बैंक केATMबरामद किया गया है.
गिरफ्तार साइबर अपराधियों से पूछताछ में पुलिस को कई अहम जानकारी मिली है. बताया गया है कि बेरोजगार युवकों को 15 से 20 हजार रुपये प्रत्येक महीने देने की बात कह कर काम पर रखा जाता है और ऑनलाइन जुआ के साथ साथ साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम देते थे. वहीं साइबर अपराधियों के द्वारा ATM को रेंट में लेकर साइबर अपराध के पैसे को ट्रांसफर करने का काम भी किया जाता था. हालांकि मास्टरमाइंड बिहार में बैठ कर इस गिरोह का संचालन कर रहा था.
साइबर अपराधियों की गिरफ्तार के बाद अब रांची पुलिस की एक टीम बिहार में जाकर इस गिरोह में शामिल अन्य अपराधियों की तलाश तेज करेगी.
रांची से नैयर की रिपोर्ट--