OBC एकता अधिकार मंच के केंद्रीय अध्यक्ष ने कहा : जो संवैधानिक अधिकार हमें नहीं मिला वो आने वाले पीढ़ी को दिला कर रहूंगा
गढ़वा : ओबीसी एकता अधिकार मंच झारखंड प्रदेश के द्वारा 80 गढ़वा- रंका विधानसभा स्तरीय जागरुकता महासम्मेलन का आयोजन टाउन हॉल गढ़वा में किया गया. कार्यक्रम में सर्वप्रथम द्वीप प्रज्वलित कर महापुरुषों के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. मंच पर तमाम पदाधिकारियों ने ओबीसी एकता अधिकार मंच के केंद्रीय अध्यक्ष ब्रह्मदेव प्रसाद (बी. डी. प्रसाद) को बड़े सम्मान के साथ फूल माला से स्वागत किया. मंच का संचालन इश्तियाक राजा के द्वारा किया गया.
कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए ओबीसी एकता अधिकार मंच के केंद्रीय अध्यक्ष ब्रह्मदेव प्रसाद ने कहा कि नौकरी का क्षेत्र हो, शिक्षा का क्षेत्र हो, चाहे वह मेडिकल और इंजीनियर पढ़ाई के क्षेत्र हो सभी जगहों पर ओबीसी के लिए 52 प्रतिशत सीट आरक्षित करना पड़ेगा. इस संकल्प के साथ हमलोगों ने हुंकार भरने का काम किया है. सभी दल के लोग सभी जाति के लोग ओबीसी परिवार के लोग एकता अधिकार मंच पर आकर के पूरे जन समर्थन देने का काम किया है. यह लड़ाई आने वाले पीढ़ी के लिए लड़ाई है. इसलिए आपको साथ देकर इस लड़ाई को देश स्तर पर ले जाना होगा. तभी आपका आने वाला पीढ़ी के लिए लड़ाई सफल होगा. यह मैं आप से निवेदन करने आया हूं. आपको घर घर में ब्रह्मदेव प्रसाद बनकर इस लड़ाई के अभियान में साथ देना होगा. तब ही यह लड़ाई सफल होगा. अन्यथा इसी तरह हमलोग आते रहेंगे. सभा में बैठकर के बातों को सुनकर के जाते रहेंगे. और खास बात यह है कि आप किस पार्टी में रहेंगे, किस दल में रहेंगे हम मना नहीं करने आए हैं , किस जाति से , किस धर्म से किस झंडे को अपने घर पर लगाएंगे यह मना नहीं करने आए हैं. लेकिन यह निवेदन करने आया हूं कि जहां बात ओबीसी के आए आप दो कदम आगे बढ़कर इस झंडे को जरूर लगाएं. आजादी के 78 वर्ष बाद भी हमें संवैधानिक अधिकार नहीं मिल पाया है. इसको पाने के लिए गांव में ,बस्ती में ,चौपाल में, चौक पर, चौराहे पर, ब्रह्मदेव प्रसाद बनकर के नौजवानों को सभा करना होगा. तब ही यह आंदोलन सफल होगा. यहां से जाने के बाद आप सभी सोशल मीडिया, फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप के जरिए अपने दोस्त, परिवार को जरूर बताने के कार्य करें कि ओबीसी एकता अधिकार मंच लड़ाई लड़ रहा है जिसका एक मैं भी सदस्य हूं. आप भी इस मैसेज को फैलाने का काम करें तब ही यह बात राज्य सरकार और केंद्र सरकार सुनने का काम करेगा, अन्यथा ऐसे कोई सुनने वाला नहीं है.
मंच पर रामचंद्र केशरी (पूर्व मंत्री संसदीय कार्य झारखंड सरकार) , गोरखनाथ चौधरी (केंद्रीय सचिव), डॉ. ज्वाला प्रसाद (केंद्रीय सदस्य), डॉ.पतंजलि केशरी (केंद्रीय सदस्य), गुप्तेश्वर ठाकुर (केंद्रीय सदस्य), संजय रंजन सिंह (पूर्व DIG), चंपा देवी (केंद्रीय सदस्य), बरूण बिहारी यादव (केंद्रीय सचिव), रविन्द्र नाथ ठाकुर (केंद्रीय सदस्य), आनंद विश्वकर्मा (केंद्रीय सदस्य), अब्दुल मन्नान (केंद्रीय सदस्य), शिव चौधरी (केंद्रीय सदस्य), सोनू यादव (केंद्रीय सदस्य), वीरेंद्र चंद्रवंशी (केंद्रीय सदस्य), अजय चौधरी (केंद्रीय सदस्य), कुंदन चंद्रवंशी (केंद्रीय सदस्य), अख्तर अंसारी, संतोष प्रसाद , राजेश साव, हिमालय कुमार, अमर कुमार सहित हजारों की संख्या में लोग उपस्थित थे.