KK पाठक के विभाग में गजबे हो रहा है ! : न आवेदन,न परीक्षा,सीधे BPSC शिक्षक का नियुक्ति पत्र लेकर स्कूल पहुंच गई महिला...
Hajipur:-ना आवेदन,ना परीक्षा,सीधे Bpsc का नियुक्तिपत्र,जी हां ऐसा मामला बिहार के वैशाली में सामने आया है,जहां नियुक्तिपत्र लेकर सरकारी स्कूल में बीपीएससी शिक्षिका के रूप में योगदान करने पहुंची महिला गिरफ्तार हो गयी है.
यह मामला बिहार के वैशाली जिला से है,जहां फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर Bpsc शिक्षिका के रूप में योगदान देने पहुंची महिला रंगेहाध गिरफ्तार हो गयी है.शिक्षा विभाग ने इसकी सूचना डीएम और एसपी को भी दी जिसके बाद पुलिस मामले दर्ज कर कार्रवाई में जुट गयी है.महिला ने फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर स्कूल में योगदान करने के प्रयास की गलती स्वीकार कर ली है.
नियुक्तिपत्र लेकर स्कूल पहुंची थी महिला
फर्जी महिला शिक्षिका अभ्यर्थी वैशाली जिला के महुआ थाना क्षेत्र के मिर्जानगर गांव निवासी मोहम्मद सेराज की पुत्री शाजिया खातून है।वह 13 दिसंबर को नियुक्ति पत्र लेकर पातेपुर सैदपुर डुमरा मध्य विद्यालय में योगदान करने पहुंची थीं,लेकिन नियुक्ति पत्र पर QR CODE नही रहने और सीरियल रॉल नंबर मैच नहीं करने पर प्रधानाध्यापक को शक हुआ तो उसने योगदान नहीं कराया और जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से ऑडर करवाकर लाने को कहा गया..महिला की हिम्मत देखिए कि वह आर्डर करवाने जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय आज 14 दिसंबर को उसी फर्जी नियुक्ति पत्र को लेकर पहुंच गयी.जब डीईओ कार्यालय में इस पत्र की जांच पड़ताल की गयी तो महिला का फर्जीवाड़ा पकड़ा गया.कार्यालय के अधिकारियों ने जब डीईओ की इसकी जानकारी दी तो उनके होश उड़ गये.उन्हौने खुद महिला से पूरी पूछताछ की.
साइबर संचालक का बड़ा खेला
पूछताछ में महिला ने डीईओ को बताया कि शर्मा साइबर के जरिए उसे फर्जी नियुक्तिपत्र मिला है और इसके एवज में मोटी रकम ली गयी है. महिला ने यह भी बताया कि साइबर कैफे द्वारा एक और भी नियुक्ती पत्र जारी किया गया है और वह अभ्यर्थी मुजफ्फरपुर जिले का है।महिला के द्वारा फर्जीवाड़े की स्वीकारोक्ति के बाद शिक्षा विभाग के सीनियर अधिकारियों के साथ ही जिले के डीएम और एसपी को इसकी सूचना दी गयी है .पुलिस मामला दर्ज कर पूरी छानबीन में जुट गयी है.
शिक्षा विभाग हुई अलर्ट
इस संबंध में जिले के डीईओ बीरेंद्र नारायण ने कशिश न्यूज को बताया कि फर्जी तरीके से जारी कीए गए एक नियुक्ति पत्र लेकर शाजिया खातून पातेपुर प्रखंड क्षेत्र के सैदपुर डुमरा मध्य विद्यालय में योगदान करने 13 दिसंबर को पहुंची थीं तभी लेकिन QR CODE और सीरियल रॉल नंबर मैच नही करने पर योगदान नही लिया गया और डीईओ कार्यालय कैंडीडेट को भेज दिया गया था. ऑडर लेने के लिए इसी दौरान यहां पहुंची थी लेकिन जब जांच पड़ताल किया गया तो फर्जी साबित हुआ है। DEO ने कहा कि इसकी जानकारी वैशाली जिलाधिकारी और विभागीय अधिकारी को सूचित किया गया है। साथ ही संबंधित शर्मा साइबर कैफे संचालक और फर्जी कैंडीडेट के विरुद्ध करवाई करने अनुशंसा की है।इसके साथ ही डीईओ ने इस फर्जीवाड़े को गंभीरता से लिया है और जिले के सभी प्रधानाध्यापक को पत्र लिखा है कि शिक्षक नियुक्ति से जुड़ी इस तरह का कोई भी मामला अगर शक के दायरे में आये तो तुरंत वरीय अधिकारियों को सूचित करे.