नशा मुक्ति दिवस पर अधिकारियों का सम्मान : CM नीतीश ने फिर दिलाया नशा छोड़ने का संकल्प, जानें क्या कुछ कहा

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पटना : बिहार के CM नीतीश कुमार ने शनिवार के दिन नशा मुक्ति दिवस के मौके पर सूबे में शराबबंदी कानून को सफल रुप से लागू करवाने वाले अधिकारियों को सम्मानित किया। साथ ही कार्यक्रम के दौरान मौजूद लोगों को नशा छोड़ने का संकल्प दिलाया है।

बता दें कि बिहार में 2016 में शराबबंदी कानून लागू किया गया था। जिसके बाद से ही पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम शराब तस्करों और शराबियों पर नकेल कस रही है। सूबे में शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने को लेकर निर्देश भी दिया है। साथ ही शराबबंदी कानून को सफल रुप से लागू करवाने वाले अधिकारियों को सम्मानित किया है।

नीतीश कुमार कार्यक्रम के दौरान सभी को संबोधित करते हुए कहा कि नशा मुक्ति दिवस से पहले मद्य दिवस 2011 से शुरू किया था। 2015 में एक सभा में महिलाओ के द्वारा शराबबंदी की मांग की गई थी। जिसके बाद हमने शराबबंदी का एलान किया। इसके बाद बड़े पैमाने पर शराबबंदी का प्रचार प्रसार किया गया। शराब बंदी को लेकर 90 प्रतिशत लोग समर्थन में है 10 प्रतिशत लोग आज भी इसका विरोध करते हैं। लोग ऐसा क्यों करते है ये समझ नही आता है।

उन्होंने बताया कि शराब कितनी खराब चीज है लोगों को समझना चाहिए । 2018 में वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट आई थी 2018 में रिपोर्ट में 30 लाख लोगों की मृत्यु का आंकड़ा 1 साल में आया है। इसमें 5.3% लोग शराब पीने से मरने का आंकड़ा दुनिया भर से सामने आया है। शराब पीने वाले लोगों में आत्महत्या करने की प्रवृत्ति ज्यादा हो जाती है। सड़क दुर्घटना में 27% दुर्घटना शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले लोगों की होती है। वैशाली में जो सड़क दुर्घटना हुई जिसमें 8 लोगों की मौत हुई ड्राइवर शराब पीकर गाड़ी चला रहा था। नई पीढ़ी के बच्चों को भी यह बताना जरूरी है कि शराब कितनी बुरी चीज है।

शराब से जुड़े हुए लोगों को प्रशासन मुख्यधारा में लाएं। पटना डीएम और एसएसपी को मुख्यमंत्री ने कहा पटना को सुधारिये शराबबंदी कानून लागू कराइए। पटना में शराबबंदी कानून में जो पूरा कार्य करना चाहिए वह नहीं हो रहा है।


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