किशनगंज में नदी में समाया मां दुर्गा का मंदिर : अब ग्रामीणों को खुद विस्थापित होने का सता रहा है भय


KISHANGANJ:-बड़ी खबर किशनगंज से हैं जहां मां दुर्गा का एक मंदिर देखते ही देखते नदी में विलीन हो गई।यह मामला जिले के ठाकुरगंज प्रखंड के रूपादह गांव का है।यह मंदिर मां दुर्गा की प्रचीन मंदिर है जो देखते ही देखते नदी में विलीन हो गयी।इस दौरान गांव के सैकड़ों लोग वहां मौजुद थे और मां का जायकारा लगातर लगा रहे थे।ग्रामीणों के जयकारों से पूरा गांव गूंज उठा।
गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले ही नवरात्रा के दौरान ग्रामीणों ने इस मंदिर में धूमधाम के साथ मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की थी।गांव के श्रद्धालु माता रानी से गांव और देश की खुशहाली के लिए मन्नते मांगी थी,लेकिन पिछले दो दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो गयी...वही नेपाल से निकलने वाली मेची नदी के रौद्र रूप से इस गांव मे वर्षो पुरानी माता रानी की मंदिर तास के भरभरा बिखरते हुए नदी में समा गई
देखिए वीडियो..कैसे नदी में समाया मां का मंदिर..https://youtu.be/z30B7fMCV4o
दरअसल भोलमारा पंचायत का रूपादह गांव दो नदियों के किनारे अवस्थित है,पहला नेपाल से निकलने वाली नदी मेची नदी तथा दूसरी महानंदा नदी।ग्रामीणों के मुताबिक इस गांव में प्राचीन दुर्गा मंदिर नदी कटाव के जद में पहले भी आया था पर पानी कम होने की वजह से बच गया था पर इस बार मंदिर का अस्तित्व खत्म हो गया।अब गांव नदी से कुछ ही दूरी पर है जिससे ग्रामीण डरे हुए हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि यदि प्रशासन द्वारा शीघ्र ही कटावरोधी कार्य शुरू नहीं किया गया तो पूरा गांव कटाव की जद में आ जाएगी और गांव के सैकड़ों परिवार को सड़क पर आना पड़ सकता है।