मुस्कुराहट : वंचित महिलाओं और बच्चों के संग खाना खाकर मुस्कुराहट बांट रही है बिहारी दुर्गा
Patna:-बिहारी दुर्गा संस्थान के माध्यम से निशांत और अदिति समाज में मुस्कुराहट लाने का प्रयास कर रही है.मित्रता दिवस के अवसर पर संस्थान के कर्मियों ने वंचित महिलाओं और बच्चों के साथ मित्रता दिवस मनाया और दोस्ती को अनोखे ढंग से परिभाषित किया।मुस्कुराहट वाली थाली की चर्चा करते हुए उद्यमी और सामाजिक कार्यकर्ता निशांत सिंह ने कहा कि सक्षम और जरूरतमंद के बीच की दोस्ती ,दुनिया को देखने और महसूस करने के तरीके को बदल सकती है।जिन महिलाओं के कार्य की आप गिनती भी नहीं करते वही महिलाएँ आपके जीवन में मुस्कुराहट का कारण हैं । वो आपकी थाली में भोजन नहीं परोसतीं ,वो आपकी थाली में मुस्कुराहट परोसतीं हैं।
मैकिन्से की रिपोर्ट के अनुसार, 75 प्रतिशत अवैतनिक देखभाल कार्य महिलाओं द्वारा किया जा रहा है जिसका जीडीपी में कोई हिसाब नहीं है। निशांत सिंह ने आगे कहा कि अब समय आ गया है कि परिवार के सभी सदस्य महिलाओं के प्रयासों को पहचानें और उन्हें उनके काम का श्रेय दें। वे बिना भुगतान किए परिवार के पूरे मामलों का प्रबंधन करती हैं। वे सम्पूर्ण घर परिवार का बागडोर सम्भाले रहती हैं ताकि बाकी लोग सुचारू रूप से अपने कार्यों का निष्पादन कर सकें।आज हमारे अपने परिवार की सदस्य, अदिति सिंह ने साबित कर दिया है कि एक महिला न केवल घर पर मुस्कान परोसने में सक्षम है, बल्कि समाज को मुस्कान भी दे सकती है।
वहीं अदिति सिंह ने मित्रता दिवस को लेकर कहा कि वह परिवार के लिए तो समय देती हैं। सप्ताह के एक दिन, वह एक घंटे अतिरिक्त देंगी और 5 गरीब बच्चों के लिए स्वादिष्ट भोजन तैयार करेंगी। उनका कहना है कि यह विचार उन्हें ऊर्जा देता है और वह अपने परिवार से आगे समाज की सेवा करने से बहुत खुश है। निशांत सिंह ने कहा कि यदि अधिक से अधिक महिलाएं प्रति सप्ताह केवल एक घंटे के लिए अपने परिवारों के साथ साथ समाज के लिए कुछ करें, तो यह बिहार के बच्चों में पोषण के मुद्दों का समाधान कर सकता है.।उन्होंने सम्पन्न महिलाओं को समाज में आगे आने को प्रेरित किया और अन्य संपन्न परिवारों से समाज में मानवीय बंधन साझा करने का आग्रह किया।उन्होंने आगे बताया कि अलग अलग जगहों पर लोगों ने मुस्कान बिखेरना शुरू कर दिया है और आज बिहारी दुर्गा विभिन्न जगहों में मित्रता दिवस मना रही हैं। मुजफ्फरपुर, महुआ, पटना और बेतिया में भी आयोजन किया गया.